मप्र सरकार ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतों के लिए बदले नियम
भिण्ड, 12 अक्टूबर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में आए दिन सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायतों का सिलसिला जारी है, जिस कारण अधिकारी-कर्मचारी अपनी-अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में सीएम हेल्पलाइन की शिकायत पर तुरंत आनन-फानन में जुट जाते हैं, परंतु अब वो दिन दूर नहीं जब मप्रा सरकार इस फर्जी शिकायतों में शिकंजा कसना आरंभ कर दिया है। फर्जी शिकायत एवं ब्लैकमेल करने की मनसा अनुरूप सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत करना महंगा पड़ सकता है। इतना ही नहीं जेल भी जाना पड़ सकता हैं। इस खबर के अनुसार धार, झाबुआ, खरगोन, इंदौर में इसका असर पडऩे लगा है।
उद्योग क्षेत्र मालनपुर में इस तरह की शिकायतें भी आ रही हैं, जो नाम न छापने पर उद्योग इकाई से ब्लैकमेल कर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर झूठी की जा रही है। इस संबंध में पत्रकारों ने विभागों से जानकारी चाही तो प्रदेश सरकार के अधिकारियों में वैसे जानकारी देने में आना कानी करते देखें फिर भी जानकारी में पता चला है कि आकाश नामक व्यक्ति ने एफआईआर ना होने के संबंध में 25 फरवरी 2022 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की अब उसके मोबाइल भी बंद जा रहे, मार्बल विनायक फैक्ट्री में पुन: नौकरी पाने के लिए परंतु फैक्ट्री प्रबंधन ने स्वयं जवाब दिया कि स्वयं नौकरी से रिजाइन कर चला गया। अब इसका फोन बंद है, एसआरएफ कंपनी सत्येन्द्र का पेमेंट न देने पर सीएम हेल्पलाइन शिकायत की जबकि इस का केस लेवर कोर्ट में केस चल रहा है। आरसी तिवारी ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की के बंद पड़ी होटलाइन फैक्ट्री की आरआरसी मांगी गई जबकि फैक्ट्री मालिक ने फैक्ट्री कटवा कर खत्म कर दी गई, इस तरह खाली शिकायतकर्ता अभी विवाह सहायता संबंधी शिकायतें लंबित हो जाती हैं। परंतु शिकायतकर्ता के पत्ते सही नहीं होते या फिर फोन बंद कर लिए जाते हैं, इस तरह की शिकायतें करने वाले लोग इन हरकतों से पता चलता है कि ब्लैक मेलिंग का दबाव बनाकर गलत काम कर आते हैं, उद्योग क्षेत्र मालनपुर में यह चर्चा का विषय बन गया है। यह सब जानकारी एक अधिकारी ने नाम ना छापने पर दी और मप्र सरकार से मांग की सीएम हेल्पलाइन मप्र सरकार के मुख्यमंत्री इस भिण्ड जिले में भी शक्ति कर ब्लैकमेल को पकड़ा कर जेल भेजने की कार्रवाई हो, अन्यथा मप्र सरकार द्वारा जनता की सुविधा के लिए किया था। जो भ्रष्टाचार की सीमा लांगती जा रही है। सीएम हेल्पलाइन शिकायत है उसका निराकरण नहीं हो पाता है, इसलिए हो रही ब्लैकमेल।
दरअसल शिकायतों इन शिकायतकर्ता की संतुष्टि शिकायत जांच बंद करने पर प्रशासनिक कार्रवाई होती है, ऐसी भी कार्रवाई उदाहरण सीएम हेल्पलाइन को बगैर निराकरण के बंद करने पर खरगोन जिले में जनजाति विभाग के सहायक आयुक्त जेएम डामोर को निलंबन की कार्रवाई की गई, सामाजिक कार्यकर्ता नेशनल सीएम हेल्पलाइन कार्रवाई पर संसोधन कर ब्लैक मेलिंग करने से छुटकारा दिलाया जाए।