– समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक आयोजित
भिण्ड, 15 सितम्बर। समय सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार भिण्ड में आयोजित की गई। जिसमें सीईओ जिला पंचायत सुनील दुबे, अपर कलेक्टर एलके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल, डिप्टी कलेक्टर विकास केमोर सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी तथा कई अधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने सीएम हेल्पलाईन में लंबित शिकायतों तथा निराकरण की स्थिति की विभागवार समीक्षा कर सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का शत् प्रतिशत निराकरण करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त विभाग सीएम हेल्प लाइन में लंबित शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण में फोकस करें। सभी विभाग उनके यहां लंबित शिकायतों का निराकरण संतुष्टिपूर्वक करें जिससे जिले की ग्रेडिग में सुधार हो सके। उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी दायित्वों का निर्वहन समय सीमा में अनिवार्य रूप से करें। शिकायतों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए उनका निराकरण तय समय सीमा में करें।
कलेक्टर ने सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित समय सारणी अनुसार गतिविधियों का आयोजन किया जाए। उन्होंने आईगोट कर्मयोगी पोर्टल अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित कर कहा कि समस्त लोक सेवक 15 से 19 सितंबर के मध्य आईगोट पोर्टल पर पंजीकरण करें और अपनी रुचि अनुसार कम से कम दो कोर्स पूरा अनिवार्य रूप से करें। पोर्टल में आ रही तकनीकी सहायता हेतु ई-दक्ष केन्द्र भिण्ड में प्रशिक्षण ले सकते हैं।
कलेक्टर ने ई-केवाईसी की समीक्षा कर कहा कि संबंधित अधिकारी समग्र ईकेवाईसी पर विशेष ध्यान दें और कार्य में प्रगति लाएं। उन्होंने ई-ऑफिस प्रणाली की समीक्षा कर कहा कि सभी कार्यालय प्रमुख सभी कार्यालयीन कार्यों में ई-ऑफिस प्रणाली का उपयोग करें। उन्होंने समस्त कार्यालय की सार्थक एप्लिकेशन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने के संबंध में समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन, मिलावट के विरुद्ध कार्रवाई, खाद की उपलब्धता, मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्रों के निराकरण की समीक्षा, सीएम एवं सीएस मॉनिट, टीएल पत्र निराकरण की समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।