चोरी की सरकारें या चोरों की सरकारें

– राकेश अचल मुझे पता है कि ‘चोर और चोरी’ असंसदीय शब्द नहीं हैं, इसलिए आज…

गर मेरे मत पै आंच आएगी

– राकेश अचल गर मेरे मत पै आंच आएगी तो हुकूमत पै आंच आएगी झोपडी को…

क्या फिर से हिन्दी-चीनी भाई-भाई करने चीन जा रहे हैं मोदी जी?

– राकेश अचल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुड खाते हैं लेकिन गुलगुलों (गुड और आटे से बना…

मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा

– राकेश अचल साल 1988 में पियूष पाण्डे द्वारा लिखा गया ये गीत 15 भाषाओं में…

हम बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है?

– राकेश अचल सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने राहुल गांधी पर जोरदार टिप्पणियां…

दीवारों के कान हैं गुरू

– राकेश अचल दीवारों के कान हैं गुरू दीवारें भगवान हैं गुरु बिल्कुल हम जैसी लगती…

कब और कहां नजर आएगी सिंदूरी स्पिरिट?

– राकेश अचल प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने पिछले दिनों सदन में कहा था कि…

धर्म की तरह मित्रता भी सनातन भाव

– राकेश अचल दुनिया ने मैत्री दिवस कोई डेढ दशक पहले मनाना शुरू किया, किंतु मैत्री…

निर्विवाद व्यक्तित्व राजेन्द्र शुक्ल

– सुबोध अग्निहोत्री – प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल का नाम एक निर्विवाद व्यक्ति के…

बिहार चुनाव से पहले नया धनकड चुनने की मजबूरी

– राकेश अचल बिहार विधानसभा चुनाव में हार का डर सत्तारूढ दल को इतना ज्यादा सता…