उत्कृष्ट विद्यालय में एनएसएस ने मनाया विश्व तंबाकू निषेध दिवस
शहर में रैली निकालकर दिया तंबाकू से दूर रहने का संदेश
भिण्ड, 31 मई। शा. उत्कृष्ट उमावि क्र.एक की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शहर में जन जागरुकता रैली निकाली गई, जिसके माध्यम से तंबाकू सेवन के दुष्परिणामों से लोगों को अवगत कराते हुए तंबाकू से दूर रहने का संदेश दिया गया। छात्र-छात्राएं तख्तियों पर लिखे नारे लगा रहे थे ‘तंबाकू को जिसने गले लगाया-मौत को उसने पास बुलाया, तंबाकू का नशा-अनमोल जीवन की दुर्दशा, नशा छोड़ो-घर जोड़ो।’ रैली विद्यालय से शुरू हुई और जिला चिकत्सालय, खण्डा रोड, परेड चौराहा और शास्त्री चौराहे होते हुए उत्कृष्ट विद्यालय पर समाप्त हुई। जहां एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने उपस्थिति जनों को तंबाकू एवं उससे बने उत्पादों का सेवन न करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य पीएस चौहान ने की तथा मुख्य अथिति एवं वक्ता की हैसियत से भागवंती बाई शिक्षा प्रसार समिति के सचिव समाजसेवी शशिकांत शर्मा उपस्थित रहे।
अपने उदबोधन में शशिकांत शर्मा ने कहा कि तंबाकू आज व्यक्ति के स्वास्थ्य, समाज और पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उसके सेवन से व्यक्ति को जहां कई प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं, वहीं पर्यावरण भी बुरी तरह से प्रदूषित होता जा रहा है। तंबाकू सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के अलावा फैंफड़े, हृदय, मस्तिष्क तथा रक्त संबधी कई रोग हो जाते हैं। तंबाकू में मौजूद निकोटिन शरीर के हर अंग को प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि मप्र में 35 प्रतिशत युवा किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं, वो चाहे बीड़ी, सिगरेट के धूम्रपान या फिर जर्दा खैनी, मोनी गुटका या मीठी सुपारी के रूप में हो, यह हमारी पीढ़ी के लिए चिंता का विषय है। भारत सरकार ने तंबाकू के बढ़ते उपयोग को रोकने के लिए तंबाकू नियंत्रण कानून 2003 पारित कर दिया है। इसका उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
प्राचार्य पीएस चौहान ने कहा कि तंबाकू जानलेवा है, इसके सेवन से हम स्वयं बचे और अपने परिवार एवं समाज को बचाएं। शिक्षा संस्थानों के आस-पास 100 गज के दायरे में तंबाकू विक्रय पर शासन द्वारा रोक है, सार्वजनिक स्थानों पर भी धूम्रपान करना निषिद्ध है, उल्लंघन करने वालों पर 200 रुपए का जुर्माने का प्रावधान है। तंबाकू पूरे जीवन चक्र में हमारे ग्रह को प्रदूषित करता है और लोगों के स्वास्थ्य को नुक्सान पहुंचाता है।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत की। पूरी दुनियां में प्रतिवर्ष लगभग 60 लाख लोगों की मृत्यु सिर्फ तंबाकू प्रयोग के कारण होती है, यानी प्रति मिनिट 10 मौतें तंबाकू सेवन की वजह से होती है। डब्ल्यूएचओ द्वारा इस वर्ष तंबाकू निषेध दिवस 2023 की थीम ‘वी नीड फूड, नोट टोबेको’ यानी ‘सबको भोजन की आवश्यकता है, तंबाकू की नहीं’ रखी गई है। इसलिए हम सब अपने बच्चों और परिवार की बेहतर परवरिश करते हुए उन्हें तंबाकू जैसे जहर से दूर रखें। बच्चों में ये लत बड़ों एवं मित्रों से ही लगती है।
इस दौरान पीटीआई आनंद द्विवेदी, सुरेन्द्र बघेल, बॉक्सिंग कोच रोहित पांडेय सहित सुदामा सिंह, मदन राठौर, सरस्वती यादव, करन श्रीवास, आदित्य, विशाल, काजल शाक्य, मयंक, सरस्वती भदौरिया आदि उपस्थित रहे।