लहार क्षेत्र के ग्राम रोहानी में समरसता चौपाल आयोजित
भिण्ड, 31 मई। लोकमाता पुण्यश्लोका देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में लहार क्षेत्र के ग्राम रोहानी में समरसता चौपाल का आयोजन ग्रामीणों ने किया। जिसमें एडवोकेट संजीव नायक ने लोकमाता की जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि लोकमाता ने संपूर्ण भारतवर्ष में हजारों शिवलिंग व मन्दिरों की स्थापना कराई, वे सनातन संस्कृति की सच्ची रक्षक थीं। उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणादायी था। समरसता चौपाल में गांव की छोटी-छोटी समस्याओं एवं शराब बंदी को लेकर उपस्थित सभी लोगों ने चर्चा की।
सामाजिक कार्यकर्ता संजीव नायक ने कहा कि सामाजिक समरसता ही हमारे गांव व क्षेत्र का विकास करा सकती है। आज-कल महापुरुषों के नाम पर, जाति के नाम पर जो माहौल को खराब किया जा रहा है, वह देश विरोधियों का एक षड्यंत्र है। इससे हमें बचना होगा, एक रहना होगा, हम सब एक है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है सभी को आपसी बैर भूलकर ग्राम विकास के बारे में बात करनी पड़ेगी। उन्होंने शराब पर कहा कि घरेलू हिंसा का मूल कारण शराब ही है, शराब के विरुद्ध युद्ध में आप सबकी जरूरत है। शराब मुक्त गांव से ही शराबमुक्त समाज का निर्माण हो सकता है, नशे के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सर्व समाज के सहयोग से ही नशामुक्त समाज का निर्माण होगा। शराब के कारण ही अपराधों का जन्म होता है, गांव की छोटी-छोटी समस्याओं का निदान चौपाल लगा कर किया जा सकता है।
समाजिक कार्यकर्ता मुनीम सिंह ने कहा कि जातिगत द्वेष मिटाकर अपराध मुक्त, शराब मुक्त गांव का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने नशे से दूर रहने का सभी से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशा नाश करता है, नशे से दूर रहने के लिए संकल्प पर अडिग रहने की जरूरत है। चौपाल को रोहानी सरपंच अंगद सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि अपराध मुक्त गांव का निर्माण करने के लिए शिक्षा का सहयोग लेना होगा। उन्होंने शिक्षा की महत्ता के विषय में विस्तार से बताया। चौपाल में उपस्तिथ सभी ग्रामीणजन ने आश्वासन दिया कि समाज नशे के विरुद्ध युद्ध में साथ देगा। हमसब मिलकर नशामुक्त गांव का निर्माण करेंगे।
कार्यक्रम में नीलेश कनेरिया, अमित पचौरी, विकल राठौर, रोबिन सिंह राजावत, मुनीम सिंह बघेल, भारत सिंह, जसमंत सिंह, सुरेन्द्र सिंह, करूसिंह, मलखान सिंह, अनिल सिंह, अर्जुन सिंह, अनिरुद्ध सिंह, रणधीर सिंह, माधोसिंह, अंगद सिंह, चतुर सिंह, अजब सिंह, अजमेर सिंह, रविन्द्र सिंह, विशाल सिंह, राजीव सिंह, छोटू सविता आदि युवा एवं ग्रामीणजन मौजूद थे।