रैली में पर्यवेक्षक और सीडीपीओ भी रहे मौजूद
भिण्ड, 25 मार्च। शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिलाने सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर महिला बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का सरकार के खिलाफ आंदोलन लगातार जारी है, जिसके तहत शनिवार को कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने पर्यवेक्षकों और सीडीपीओ की मौजूदगी में संयुक्त मोर्चा बनाकर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका 11 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर रहकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने इनकी मांगों की सुनवाई नहीं की है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि महिला बाल विकास विभाग में एकीकृत बाल विकास परियोजना के अंतर्गत देशभर में आंगनबाड़ी केन्द्र हैं, जिनका संचालन कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं द्वारा किया जाता है, जिनके माध्यम से जीवन से जुड़ी अत्यंत महत्वपूर्ण सेवा जैसे गर्भवती महिला, शिशुवती महिला, छह माह से छह वर्ष के बालक-बालिकाओं एवं किशोरी बालिकाओं और बालकों की देखभाल का कार्य किया जाता है। गर्भकाल से लेकर जीवन के हर एक समय पर आंगनवाड़ी द्वारा केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा लाई गई योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन किया जा रहा है, इसके अलावा भी अन्य विभागों के कार्य सौंप दिए जाते हैं और हम खुशी-खुशी सभी कार्य जिम्मेदारी से करते हैं। इसके बावजूद भी लंबित जायज मांगों का निराकरण नहीं किया जा रहा है। इसलिए 27 मार्च को भोपाल में सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन होने जा रहा है, जिसमें भारी संख्या में 52 जिलों की संयुक्त मोर्चा की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर आंदोलन करेंगी और सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर देंगी। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हम विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे।