नव संवत्सर प्रतिपदा पर अभासाप द्वारा रामचरित मानस पर व्याख्यान एवं विचार गोष्ठी आयोजित
भिण्ड, 22 मार्च। अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शाखा भिण्ड द्वारा भारतीय नव वर्ष के शुभ अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार सम्मान समारोह एवं रामचरितमानस पर व्याख्यान, विचार गोष्ठी का आयोजन शिक्षक कॉलोनी भिण्ड में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर की। मुख्य अतिथि अभा साहित्य परिषद के संभागीय संयोजक डॉ. देवेन्द्र तोमर एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पत्रकार तथा साहित्यसेवी रामशंकर शर्मा, मप्र जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया उपस्थित रहे। कार्यक्रम का प्रारंभ मां वीणा पाणी की पूजा अर्चना से प्रारंभ हुआ। तत्पश्चात वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान अंग वस्त्र, श्रीफल, स्मृति चिन्ह भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने वर्तमान सामाजार्थिक परिवेश में रामचरितमानस की प्रासंगिकता पर व्याख्यान दिया। डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया द्वारा मानस में संचार की व्यापक व्याख्या तथा किस प्रकार से राम का जीवन हमारे लिए अनुकरणीय है बताया। कवि धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने काव्य के माध्यम से राम के चरित्र को अपनी कविता के माध्यम से उकेरा गया। वरिष्ठ पत्रकार रामशंकर शर्मा ने रामचरितमानस के लोक व्यवहार पर विस्तृत प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि डॉ. देवेन्द्र तोमर ने नव संवत्सर हमें क्यों मनाना चाहिए तथा इसका प्रारंभ कब से हुआ इस बारे में बताया। वहीं राज्यपाल द्वारा सम्मानित शिक्षक राकेश सिंह राजपूत ने रामलीला का वर्तमान समाज में महत्व पर प्रकाश डाला। शिक्षाविद् अमरनाथ सेठ ने माता के नव रूपों के बारे में प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन अभा साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. परमाल सिंह कुशवाह एवं अंत में शिक्षाविद् एवं समाजसेवी वरुण सिंह भदौरिया ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर शशिकांत राजौरिया, दर्शनलाल गौड़, सौरभ अग्रवाल, मनोज स्वर्ण, देवेन्द्र जैन, गोलू शर्मा आदि उपस्थित रहे।