भाजपा सरकारों को किसानों की नहीं पूजीपतियों की चिंता है : अखिलेश

मप्र किसान सभा जिला समिति की बैठक गोहद में आयोजित

भिण्ड, 11 अक्टूबर। मप्र किसान सभा जिला समिति की बैठक संगठन के राज्य महासचिव अखिलेश यादव के मार्गदर्शन एवं संगठन के जिलाध्यक्ष प्रेमनारायण माहौर की अध्यक्षता में गोहद के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस परिसर में आयोजित की गई। जिले के किसानों की समस्याओं पर विस्तृत रिपोर्ट जिला महासचिव राजेश शर्मा ने रखी।
बैठक में मप्र किसान सभा के राज्य महासचिव अखिलेश यादव ने कहा कि अतिवृष्टि से किसानों की बाजरा ज्वार एवं तिली की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी। धान की फसल भी बर्वाद होने की कगार पर है। अतिवृष्टि ने बाजरा एवं ज्वार को भी सड़ा दिया है। दूसरी ओर सरसों की बोनी भी लेट हो रही है। ऐसी स्थिति में किसानों के फसल के हुए नुकसान का आकलन करके सरकार को मुआवजा देना चाहिए। लेकिन सरकार कुंभकरण की निद्रा में सो रही है। सरकार को किसानों की नहीं उद्योगपतियों और चीता की ज्यादा चिंता है। किसान नेता यादव ने कहा कि लम्पी वायरस किसानों का पशुधन नष्ट हो रहा है। वैसे तो गांव में पशु चिकित्सालय है ही नहीं, यदि कहीं भी है तो उसने डाक्टर और स्टाफ नहीं है। भाजपा वाले गाय माता पर राजनीति तो बहुत करते हैं, लेकिन लम्पी ग्रस्त गायों के लिए वैक्सीन और दवा भी उपलब्ध नहीं करवा पा रहे।
किसान नेता ने कहा कि किसानों के सारे कर्जा माफ होना चाहिए। किसानों की फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी, किसानों को ५ एचपी के कनेक्शन पर बिजली फ्री, जिले की नहरों में १२ महीने पानी छोडऩे की मांग, आवारा गायों से किसानों की फसलों को बचाना एवं गायों के लिए गौशाला बनवाना, उनके लिए चारे पानी की व्यवस्था करना, किसानों के नामांतरण बंटवारे मुफ्त में कराना, सहकारी संस्था में किसानों को सदस्य बनवाना, दिग्विजय सरकार के समय में अनुसूचित जाति के लोगों को जो जमीन के पट्टे मिले थे उनको कंप्यूटर में दर्ज कराना आदि मांगों को सरकार गंभीरता से लेकर उनका निराकरण करें। किसान नेता ने कहा कि आने वाले दिनों में जिले में किसानों के ज्वलंत सवालों को लेकर आंदोलन किए जाएंगे। बैठक में संगठन के जिले के पदाधिकारी ओमप्रकाश बाथम, अनिल दोनेरिया, वीरेन्द्र सिंह कुशवाह, राजेन्द्र सिंह कुशवाह मालनपुर, नारायण माहौर, रामसेवक बाबा, जयसिंह माहौर, मुन्ना लाल कुशवाहा, जनपद सदस्यगण शिशुपाल सिंह राणा, राजकुमार जाटव, राकेश प्रजापति, विजयराम कुशवाह, राजेन्द्र सिंह प्रजापति, राजेन्द्र सिंह कुशवाह आदि मौजूद थे।