राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हर भारतवासी की आन-बान-शान है : डॉ.राधेश्याम

भिण्ड, 09 अगस्त। भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा के नेतृत्व में जिला कांग्रेस ने तिरंगा सम्मान पदयात्रा पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की प्रतिमा से दबोहा तक निकाली। तिरंगा सम्मान पदयात्रा का शुभारंभ कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजय बाल्मीक गुड्डू ने हरी झण्डी दिखाकर किया। यात्रा के प्रमुख ध्वजवाहक सेवादल के जिला अध्यक्ष संदीप मिश्रा थे।


शहर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि तिरंगा हमारा सम्मान है, कांग्रेस पार्टी ने नौ अगस्त 1942 भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी, इसी आंदोलन की याद में नौ अगस्त को कांग्रेस पार्टी द्वारा तिरंगा सम्मान पदयात्रा पूरे देश में निकाली जाती है, भारत का राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी। इसे 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ दिन पूर्व 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक में अपनाया गया था। राष्ट्रीय झण्डा निर्दिष्टीकरण के अनुसार झण्डा खादी में ही बनना चाहिए। यह एक विशेष प्रकार से हाथ से काटे गए कपड़े से बनता है, जो महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। इन सभी विशिष्टताओं को व्यापक रूप से भारत में सम्मान दिया जाता है। राष्ट्रध्वज को तैयार करने के तीन दस्तावेज जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सभी झण्डे खादी के सिल्क या कॉटन के होंगे। झण्डे बनाने का मानक 1968 में तय किया गया, जिसे 2008 में पुन: संशोधित किया गया। तिरंगे के लिए नौ स्टैंडर्ड (मानक) साइज तय किए गए हैं। सबसे बड़ा झण्डा 21 फीट लंबा और 14 फीट चौड़ा होता है। सबसे पहले बैंगलुरू बगालकोट जिले के खादी ग्रामोद्योग सयुक्त संघ में कपड़े को बहुत ध्यान से काता और बुना जाता है। इसके बाद कपड़े को तीन अलग-अलग लॉट बनाए जाते हैं। इन को तिरंगे के तीन अलग-अलग रंगो में डाई किया जाता है। डाई किए हुए कपड़े बैंगलुरू से हुबली इकाई में भेज दिए जाते हैं। यहां इन्हें अगल-अलग साइज के अनुसार काटा जाता है। कटे हुए कपड़े को हुबली में ही सिला जाता। आज आदिवासी दिवस भी है, सभी याद वासियों को आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
इस अवसर पर मप्र कांग्रेस के महामंत्री बाबा भगवान दास सेंथिया, नगर कांग्रेस अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, महिला जिलाध्यक्ष रेखा भदौरिया, कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष संदीप मिश्रा, रामहर्ष सिंह कुशवाह, मनोज दैपुरिया, बृजेन्द्र सिंह कल्लू भारौली, आशुतोष शर्मा, प्रमोद जैन डब्बू, अरविंद अरेले, नेहरू जैन, नरेश चौधरी, राहुल कुशवाह, देवेन्द्र सिंह कुशवाहा, पानसिंह बाबूजी, रामप्रकाश यादव, अजब सिंह नरवरिया, बलराम जाटव, दर्शन सिंह तोमर, नीरू कुशवाह, कासिम खान, अजय जैन, प्रमोद दीक्षित, विनोद जाटव, दीपू दुबे, गमनु शर्मा, संजय यादव, सूरजपाल सिंह राजावत, विक्रम सिंह राजावत, इमरान खान, सुखप्रीत मिश्रा, नीलम भदौरिया, वीरप्रकाश श्रीवास्तव, संजीव बरुआ, गजेन्द्र यादव, आनंद शाक्य, आशीष भारद्वाज, यतेन्द्र खरकिया, सरोज, ऊषा धाकरे, कुलदीप भारद्वाज, नीरज त्रिपाठी, अजय दुबे, आयुष मिश्रा, भगवान सिंह, पिंटू शर्मा, मनोज जैन बिच्छू, मनोज जैन मामा, बृजेश जैन, सोनू कुशवाह, रॉकी तोमर, सत्येन्द्र भदौरिया, चिंटाई शर्मा, जगदीश दुबे, लल्लश शर्मा, नंदकिशोर शर्मा, अभिषेक भदौरिया, ओमप्रकाश नरवरिया आदि कांग्रेसजन शामिल हुए।