करोड़ों की लागत से बने हॉकर्स जोन पड़े वीरान, नगर पालिका का नहीं इस ओर ध्यान

2017 में नगर पालिका ने दो हॉकर्स जोन का कराया था निर्माण
बाजार में लगते हैं हाथ ठेले, ट्रैफिक होता है जाम

भिण्ड, 13 सितम्बर। पूर्वमंत्री लालसिंह आर्य द्वारा गोहद नगर को सुंदर बनाने की दृष्टि से शासन द्वारा करोड़ों रुपए स्वीकृत कराए जिससे नगर सुंदर व विकसित दिखे। नगर के बाजारों बढ़ते ट्रैफिक के कारण आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इन जाम का प्रमुख कारण सड़कों के किनारे लगने वाले हाथ ठेले हैं। इन हाथ ठेले व्यापारियों की सुविधाओं के चलते 2017 के आस-पास नगर पालिका द्वारा दो हॉकर्स जोन का निर्माण कराया गया था, इन हॉकर्स जोन में बाजार की सड़कों पर लगने वाले ठेलों को शिफ्ट किया जाना था। जिससे नगर की जनता चौपाटी का लुप्त उठा सकें।
नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ठेलों को शिफ्ट करने की योजना तो बनाई गई, लेकिन नपा अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के कारण ठेले हॉकर्स जोन में शिफ्ट नहीं हो सके हैं या यूं कहें कि योजना को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित नहीं कर सके। जिसके चलते आज भी बाजार की सड़कों पर सब्जी, फल और नाश्ते के ठेले लग रहे हैं। स्थिति यह है कि इन ठेलों के कारण रोजाना सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग रहा है।


ज्ञात हो कि नगर पालिका द्वारा करीब 1.65 करोड़ की लागत से दो हॉकर्स जोन का निर्माण कराया था जो आज भी वीरान पड़े हैं। हाथ ठेले वाले व्यापारी बाजार की सड़कों के दोनों ओर हाथ ठेले लगा लेते हैं, जिससे स्थाई दुकानदारों को भी परेशानी होती है व ट्रैफिक भी जाम होता है। इन हाथ ठेलों से सड़कों की चौड़ाई भी कम हो गई है। 20 फीट की सड़क आठ फीट चौड़ी ही रह गई है।

ठेलों को शिफ्ट करने की योजना कागजों तक सीमित

नगरवासी बताते हैं कि नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारियों ने कई बार ठेलों को हॉकर्स जोन में शिफ्ट करने के लिए योजना तैयार की, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते योजना सिर्फ कागजों तक सीमित होकर रह गई। अधिकारियों द्वारा अगर बाजार की सड़कों पर लगने वाले ठेलों को हॉकर्स जोन में शिफ्ट कर दिया जाए, तो नगर की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार आ सकता है।

इनका कहना है-

परिषद की अगली बैठक में हाथ ठेलो को हॉकर्स जोन में शिफ्ट करने की योजना बनाकर हाथ ठेलो को सड़कों से हटाकर हॉकर्स जोन में शिफ्ट किया जाएगा।
सतीश दुबे, सीएमओ नपा गोहद