खाद सकट एवं कानून व्यवस्था को लेकर गोहद में धरना प्रदर्शन सोमवार को

भिण्ड, 14 सितम्बर। गोहद अनुभाग के किसानों में खाद सकट को लेकर काफी आक्रोश है, कई दिनों से खाद संकट चल रहा है, किसानों की खाद को लेकर मुश्किलें कम नहीं हो रही है। पर्याप्त मात्रा में रकवा के हिसाब से किसानों को यूरिया, डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। लाइनों में लगने के बाद जब किसानों को खाद नहीं मिलता है तो फिर मायूस होकर वह घर की ओर बापस चला जाता है। प्रदेश में भाजपा सरकार है इस सरकार के रहते किसानों में खाद के लिए मारामारी मची है। इसी प्रकार कानून व्यवस्था पर कोई अकुश नहीं है। गोहद परगने में हत्याएं हो रही है। चोरियां भी होर ही है लूट मची है। महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है। दलित उत्पीड़न जारी है। जुए सट्टे पर कोई रोक नहीं है। गरीब बस्तियों में पुलिस गश्त नहीं होने से गुण्डे-बदमाशों में किसी प्रकार का भय नहीं है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बीते दिनों गोहद अनुभाग के एसडीओपी के नाम एक ज्ञापन दिया था जिसमें एक प्रति एसडीएम को दी गई थी। यह जानकारी माकपा नेता एवं गोहद के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर ने दी।
ज्ञापन में खाद सकट दूर करने तथा कानून व्यवस्था पर अंकुश लगाने की मांग की गई थी। जिसमें 5 दिवस में ज्ञापन में उल्लेखनीय माग पूरी नहीं होने पर आंदोलनत्मक कदम उठाने की चेतावनी माकपा द्वारा अपने ज्ञापन में दी गई थी। समयावधि में मांग पूरी नहीं हुई है, इसी कड़ी में 15 सितंबर सोमवार को माकपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मय झण्डे-बैनर दोपहर 12 बजे राइस मिल गोहद में एकत्रित होकर पैदल मार्च करेंगे और एसडीएम को ज्ञापन दिया जाएगा। उसके बाद भी समस्या नहीं निपटेगी तो जन आंदोलन को तेज किया जाएगा। उक्त आंदोलन की पर्चा वितरण कर तैयारी पूर्ण कर ली गई है।