बंद फैक्ट्री चोरी से काटे जाने के वीडियो बनाने पर पत्रकार के खिलाफ हरिजन एक्ट का मामला दर्ज करने का चोरों ने दिलाया आवेदन

पत्रकार के कार्यालय में घुसकर की अभद्रता

भिण्ड, 13 सितम्बर। औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में लगातार बंद फैक्ट्रियों में चोर पुलिस से सांठ-गांठ कर रात में फैक्ट्री चोरी से काटे जाने का खेल पिछले लंबे समय से चला आ रहा था। लेकिन अब चोरों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे अब दिन में पुलिस के सामने बंद फैक्ट्रियों को काटने का कार्य खुलेआम कर रहे हैं। बंद फैक्ट्रियों के वीडियो और फोटो खींचने पर पत्रकारों को भी डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। ना मानने पर झूठे केस में फंसाने के लिए भी आवेदन दिए जा रहे हैं।
मामला सोमवार दोपहर 1:30 बजे के लगभग राष्ट्रीय राजमार्ग हरीराम की कुईया के निकट एवीएन ट्यूब औद्योगिक इकाई का है जो पिछले कई वर्षों से बंद है। इस फैक्ट्री में कुछ लोगों द्वारा कटर के माध्यम से फैक्ट्री काटे जाने की सूचना मालनपुर पुलिस पहुंची, सूचना मिलने पर पत्रकार परमाल सिंह तोमर भी मौके पर पहुंचे, चोरी से काटी जा रही औद्योगिक इकाई के फोटो और वीडियो उनके द्वारा बनाए गए और वे वहां से वापस अपने कार्यालय आ गए। देर शाम को रामवीर सिंह गुर्जर मुरैना, रईस खान ग्वालियर, आरिफ बेग ग्वालियर फोटो और वीडियो डिलीट करने के लिए पत्रकार को कार्यालय में घुसकर डरा धमकाने मालनपुर हनुमान चौराहा के नजदीक स्थित उनके कार्यालय पर पहुंचे। बदमाशों ने कहा है कि वीडियो और फोटो डिलीट कर देना, इसका अंजाम बहुत गलत होगा। उसके बाद इन तथाकथित लोगों ने पत्रकार के विरुद्ध किसी व्यक्ति के माध्यम से मालनपुर थाने में जातिसूचक गालियां और मारपीट करने का पत्रकार को झूठे केस में फंसाए जाने का आवेदन दिया। मामले की जानकारी लगने पर मालनपुर के आधा दर्जन से अधिक पत्रकारों ने मालनपुर थाना प्रभारी विनोद करकरे को अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का और पत्रकार को धमकाने का अपराध पंजीबद्ध किया जाने का आवेदन दिया है।

इनका कहना है-

बंद फैक्ट्री पर करोड़ों रुपए का बकाया विद्युत विभाग और बैंक का है। बिना नोड्यूज के फैक्ट्री विक्रय नहीं की जा सकती। चोरी से काटे जाने की सूचना पर पुलिस पहले पहुंची, उसके बाद मौके पर मेरे द्वारा वीडियो और फोटो खींचे गए। जिन्हें डिलीट करने के लिए मुझे डराया धमकाया जा रहा है और मेरे विरुद्ध झूठा अपराध पंजीबद्ध किए जाने की धमकी दी जा रही है। पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। हमारे आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
डॉ. परमाल सिंह तोमर, वरिष्ठ पत्रकार मालनपुर
बाईस साल की ग्रेजुएटी, दो वर्ष का बोनस, छंटनी मुआवजा, नोटिस पेय और कुछ बेतन ड्यूटी सहित लाखों रुपए बकाया है। इस तरह एससीएस परिहार, होतम सिंह, एससी शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, गंगाराम माहौर, राजकुमारी कुशवाह, सुरेश तिवारी, राजेन्द्र सिंह परमार आदि श्रमिकों को पैसा देना शेष है।
हरवीर सिंह, गिरगांव