लहार में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण संपन्न

भिण्ड, 03 जुलाई। राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के निर्देशानुसार एवं जिला परियोजना समन्वयक भिण्ड व्योमेश शर्मा, जिला सह समन्वयक विवेक शर्मा के मार्गदर्शन में विकास खण्ड स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन कार्यालय जनपद शिक्षा केन्द्र लहार में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी लहार आरके बांगरे, खण्ड श्रोत समन्वयक लहार अजय कुमार झा, संकुल प्राचार्यों, ब्लॉक सह समन्वयक, बीएसी, जन शिक्षकों और संकुल सह समन्वयकों की उपस्थिति में संपन्न हुआ, प्रशिक्षण में विकासखंड शिक्षा अधिकारी लहार और खण्ड स्त्रोत समन्वयक लहार द्वारा डाइट भिण्ड में दिए गए प्रशिक्षण में मिले निर्देशों का पालन करने के निर्देश दिए।
ब्लॉक सह समन्वयक जानकी नंदन समाधिया ने प्रशिक्षण में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2027 तक संपूर्ण मध्य प्रदेश को शत-प्रतिशत साक्षर करने का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा दिया गया है, इसी लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए डोर टू डोर असाक्षरों का सर्वे का कार्य किया है जाना है, जिसमें वर्ष 2011 के सेंसेक्स के आधार पर संख्या निर्धारित की गई है, इसी संख्या को आधार मानकर लक्ष्य का निर्धारण करना है, प्रत्येक ग्राम में खोले गए सामाजिक चेतना केन्द्रों/ अध्ययन केन्द्रों पर अक्षर साथियों की मदद से असाक्षरों की कक्षाओं का संचालन कराना है और उन्हें उल्लास अक्षर पोथी के सहयोग से नवसाक्षर करना है, इस अक्षर पोथी की मदद से 200 घण्टे में असाक्षर व्यक्ति को नवसाक्षर बनाया जा सकता है, इस योजना को सभी सामाजिक संस्थाओं सभी शासकीय विभागों और जनमानस के सहयोग से नि:शुल्क और नि:स्वार्थ सेवा की भावना से इस पुनीत कार्य को पूर्ण करना है, उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम साक्षरता दर बढ़ाने के लिए और औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके लोगों को साक्षर बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है, असाक्षरों को एनआईएलएलपी एप पर शत-प्रतिशत रजिस्टर्ड करना है और आगामी चार-पांच को संकुल स्तर पर भी एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन संकुल प्राचार्य की उपस्थिति में जन शिक्षक, संकुल सह समन्वयक और अक्षर साथियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाना है।
प्रशिक्षण में प्रमुख रूप से संकुल प्राचार्य एवं जनशिक्षा केन्द्र प्रभारी जेआर निराला, भरतशरण तिवारी, कमलाकांत त्रिपाठी, रामविहारी समाधिया, हरनारायण दीक्षित, डॉ. जेपी बघेल, अजय कुस्तवार, रघुनंदन सिंह, बीएसी उमाशंकर त्रिपाठी, शिवकुमार पांचाल, अनीता गुनकर सहित समस्त जनशिक्षक और संकुल सह समन्वयक उपस्थित रहे।