भिण्ड, 24 अक्टूबर। शहर के मध्य विराजमान देवाधिदेव वनखण्डेश्वर महादेव को हर साल की तरह इस बार भी हीरे-जवाहरातों के रत्न जडित चांदी के मुकुट तथा पुष्प मालाओं से राजसी श्रृंगार किया गया। यह श्रृंगार सालभर में सिर्फ विजयादशमी के अवसर पर किया जाता है।
शहर का वनखण्डेश्वर महादेव मन्दिर जिले के लोगों की आस्था का केन्द्र है। यहां आए दिन कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है। दशहरा पर्व पर प्रति वर्ष वनखण्डेश्वर महादेव का श्रृंगार हीरे जवाहरात के रत्न जडित आभूषणों से किया जाता है। साज श्रृंगार के बाद वनखण्डेश्वर महाराज के दर्शनों के लिए भीड उमडी और दर्शन लाभ लिया। ज्ञातव्य रहे कि यह राजसी मुकुट साल में सिर्फ विजयादशमी को ही सजाया जाता है। तत्पश्चात इस मुकुट को कलेक्ट्रेट स्थित कोषालय में सुरक्षित रखवाया जाता है। इस अवसर पर हजारों की तादात में भक्तगणों ने वनखण्डेश्वर महादेव के राजसी श्रंगार के दर्शन किए।