पिता की पुण्यतिथि पर बच्चों खाद्य सामग्री एवं स्टेनशरी बांटी

ग्वालियर, 01 अगस्त। मंगल परिवार द्वारा अपने पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर गरीब और असहाय बच्चों को खाद्य सामग्री एवं स्टेशनरी का वितरण करके नवाचारी प्रयोग किया गया।
कायना ऑप्टिकल्स के संचालक अतुल मंगल के पिता स्व. मोहन मंगल का छह वर्ष पूर्व एक अगस्त को निधन हो गया था। मंगल परिवार प्रतिवर्ष उनकी आत्मा की शांति हेतु समाज के सभी वर्गों में उत्थान की गति को बढ़ाने के लिए तथा मृत आत्मा की शांति हेतु पिछडे वर्ग के बीच जाकर के उनकी आवश्यकता के अनुरूप वस्तु एवं पदार्थों का चयन करके वितरण करते हैं। इस वर्ष यह प्रयोग विवेकानंद नीडम के पास संचालित सेवार्थ जन कल्याण समिति के शिक्षण केन्द्र पर किया गया। जिसके अंतर्गत 120 बच्चों को खाद्य सामग्री, स्टेशनरी का वितरण किया गया। आधुनिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक उत्थान हेतु बुद्धिजीवी वर्ग राष्ट्र में सामाजिक समरसता एवं समाज के उत्थान हेतु तरह-तरह के अभिनव प्रयोग करता रहता है। धीरे-धीरे समाज से सामाजिक जडता समाप्त हो रही है, लोग मृत आत्मा की मुक्ति हेतु किए जाने वाले पारंपरिक आयोजनों से हटकर के जरूरतमंदों तक उनके उपयोग की वस्तुएं शैक्षणिक सामग्री तथा विभिन्न रूपों में मदद कर रहे हैं।

सेवार्थ पाठशाला के अध्यक्ष ओपी दीक्षित ने अपने उदबोधन में बताया कि शहर तथा ग्वालियर एवं चंबल संभाग में संचालित सभी 15 स्थानों पर प्रत्येक माह जन्मतिथि, वैवाहिक वर्षगांठ, पुण्यतिथि अथवा अन्य कोई उपलब्धि के अवसर पर खुशियों को बांटने के कदम उठाकर राष्ट्र से सामाजिक विषमता, आर्थिक विषमता की खाई को पाटने का प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह एक सुशील विचारधारा है, सामाजिक संगठनों की ओर से मैं समाज से आग्रह करता हूं कि इस तरह के कदम इन बस्तियों में जाकर के उठाने चाहिए, जिससे बच्चों में हीनता उनके अभाव की स्थिति दूर हो तथा बच्चे इस राष्ट्र के शिक्षित एवं चरित्रवान नागरिक बनें।
इस अवसर पर पाठशाला समूह के सचिव पूर्व सेना अधिकारी मनोज पाण्डे, कोषाध्यक्ष मोहनलाल, स्व. मोहनलाल मंगल का पूरा परिवार, नाती-नातिन, धर्मपत्नी श्रीमती मधु मंगल, अतुल मंगल, कमल मंगल एवं पाठशाला समूह के शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। सबसे अंत में मृत आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया।