चंबल क्रिकेट लीग-2 का हुआ उद्घाटन, पहले मैच में सिन्डौस टीम रही विजयी

महान क्रांतिकारी शहीद डॉ. महेशचंद्र सिंह चौहान की स्मृति में 14 दिवसीय आयोजन

भिण्ड, 02 मार्च। चंबल विद्यापीठ द्वारा आयोजित चंबल क्रिकेट लीग सीजन-2 का उद्घाटन चंबल आश्रम हुकुमपुरा ग्राउण्ड पर भव्यता के साथ हुआ। चंबल अंचल के भगत सिंह कहे जाने वाले महान क्रांतिकारी शहीद डॉ. महेशचंद्र सिंह चौहान की शहादत दिवस पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि और गगनभेदी नारों के साथ इस क्रिकेट लीग का उद्घाटन हुआ। समापन समारोह 14 अप्रैल को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्म दिवस के अवसर पर होगा।
चंबल क्रिकेट लीग सीजन-2 उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए शहीद डॉ. महेश सिंह के अनुज और प्रसिद्ध इतिहासकार देवेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान चंबल अंचल के रणबाकुरों ने घाटी को लंबे समय तक आजाद रखा। इसका खामियाजा यह रहा कि उस दौर में इस अंचल को पिछड़ा रखा गया और आजादी के बाद भी सरकारों ने चंबल अंचल पर ध्यान नहीं दिया। वरिष्ठ लेखक और फिल्मकार नईम कुरैशी ने कहा कि इस बीहड़ में शहीदों को चाहने वाले युवा अलख जलाएं हुए हैं यह अनोखी बात है। सूरज रेखा त्रिपाठी एडवोकेट ने कहा कि चंबल में हमेशा क्रांतिवीर पैदा हुए है। यहां तेजाबाई जैसी वीरांगना हुईं। समारोह को धीरेन्द्र सिंह भदौरिया, लोकगायक सद्दीक अली, लीग संरक्षक महेश सिंह चौहान ने भी संबोधित किया। संचालन चंबल परिवार प्रमुख डॉ. शाह आलम राना ने किया।
उद्घाटन के बाद सिन्डौस (इटावा) और धानुकपुरा (भिण्ड) के बीच पहला मुकाबला हुआ। धानुकपुरा ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला लिया। निर्धारित 12 ओवर में सात विकेट के नुकसान सिन्डौस ने 103 रन बनाए। जवाब में उतरी धानुकपुरा टीम 11.4 ओवर में 74 रन में ही सिमट गई। मैन ऑफ द मैच सिन्डौस टीम के निखिल रहे जिन्होंने 28 रन बनाए और तीन ओवर में एक विकट झटका। मैन आफ द मैच ट्राफी चंबल परिवार से जुड़े नंदकुमार ने प्रदान किया। इस अवसर पर कुलदीप परिहार, गजेन्द्र सिंह एडवोकेट, भोदल यादव प्रधान, आनंद मास्टर, देवेन्द्र सिंह, आदिल खान, विनोद सिंह गौतम, अनिकेश आदि मौजूद रहे।
चंबल क्रिकेट लीग के संस्थापक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि लीग में औरैया, इटावा, जालौन और भिण्ड जनपदों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस लीग से चंबल घाटी की सकारात्मक छवि बन रही है। औरैया, इटावा, जालौन और भिण्ड जिला मुख्यालय से समान दूरी पर हुकुमपुरा स्थित चंबल आश्रम सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधि का केन्द्र बन रहा है। बिलौड पंचायत का हुकुमपुरा गांव कभी कुख्यात दस्यु सरगना रहे सलीम गुर्जर उर्फ पहलवान की वजह से सुर्खियों में रहा है। अब बदलाव की नई बयार बह रही है। इस बार भी यह आयोजन जन सहयोग और साथियों के श्रम सहयोग से यादगार हो रहा है। रात्रि में भारी बारिश और ओले पडऩे के बाद आयोजन संपन्न हुआ।