भिण्ड, 24 अगस्त। जिले में कल हुए कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर दिए गए बयानों को लेकर सिंधिया समर्थक भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. रमेश दुबे ने आड़े हाथों लेते हुए अपना वक्तव्य जारी करते हुए कहा कि कांग्रेसियों को सिंधिया फोबिया हो गया हो गया है, उन्हें सोते हुए तो सिंधिया दिखाई देते हैं, जागते हुए तो सिंधिया दिखाई देते हैं। जहां देखो उधर उन्हें सिंधिया ही सिंधिया दिखाई देते हैं। क्योंकि जिन सिंधिया को वह और उनके आका कमलनाथ सड़क पर उतारने की बात कर रहे थे उन्हीं सिंधिया ने सभी कांग्रेसियों को सड़क पर लाकर आ पटका है, आज कांग्रेसी नेता उनको हर पल याद करते रहते हैं और ऊल-जुलूल बयानबाजी करते हैं तो बड़ी हंसी आती है।
भाजपा नेता डॉ. दुबे ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस के आडम्बरी लोग कहते थे कि भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लास्ट बेंचर बनाकर कर अंतिम पंक्ति में बिठाकर उनका तिरस्कार किया है और आज जब सिंधिया की कार्यदक्षता, क्षमता और जनता में लोकप्रियता की वजह से केन्द्रीय मंत्री बनाए जाने एवं हर सिंधिया समर्थक को भाजपा में एकसार किए जाने को ये कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं। डॉ. दुबे ने कहा कि अब यही लोग कल जिले में हुए एक सम्मेलन में कह रहे थे कि भाजपा ने सिंधिया को कुछ ज्यादा ही तवज्जो दी दी है, क्या भारतीय जनता पार्टी उन लोगों के हिसाब से चलेगी। जिनकी खुद की चाल ढाल ना साज है, जिन्हें खुद का पता नहीं कि वो अपना अस्तित्व रख भी पा रहे हैं या नहीं, ऐसे लोग केवल छपासी छाया में जीते हैं, पहले अंतिम बेंच पर बैठने पर आपत्ति थी तो अब अधिक महत्व दिए जाने से परेशान हैं।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. रमेश दुबे ने कहा कि कांग्रेस ने नेतागण भारतीय जनता पार्टी के निजी मामलों में ताकाझांकी बंद करें और खुद के गिरेबान में झांककर देखें कि क्या उनका वजूद शेष भी है या नहीं, कांग्रेस अपने टूटे फूटे बर्तन समेटकर अपनी दाल गलाएं तो बेहतर नहीं तो आपस में एक दूसरे को काटना कांग्रेस की पुरानी फितरत तो है ही। उन्होंने कहा कि कल के कांग्रेसी सम्मेलन में उनके मंच से एकता की बड़ी-बड़ी डींगें हांकी जा रही थीं, लेकिन सत्यता जनता को पता है कि मंच पर ही बैठे कांग्रेसी एक दूसरे के कितने हितैषी हैं, आज कांग्रेसियों की एकता की बात ठीक वैसे ही है, सिंधिया जैसे शेरदिल व्यक्तित्व को देख कांग्रेस रूपी गीदड़ इकट्ठे होने की बात कर रहे हों, इनके ऐसे सम्मेलनों को महज मनोरंजन के रूप में लेना चाहिए, कांग्रेसी ऐसे सम्मेलन कर अपनी दुकानदारी चलाना चाहते हैं, जनता से उन्हें कोई सरोकार नहीं है।