एसडीएम ने किया आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण, लापरवाहों के विरुद्ध हुई कार्रवाई

भिण्ड, 08 मई। अनुविभागीय दण्डाधिकारी लहार विजय सिंह यादव प्रभारी परियोजना अधिकारी रजनी शर्मा के साथ रौन क्षेत्र के ग्राम मेहदवा एवं इंदुर्खी आंगनबाडी केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे।
सर्वप्रथम एसडीएम विजय यादव आंगनबाडी केन्द्र मेहदवा पहुंचे, जहां कार्यकर्ता तो मिलीं परंतु ना ही बच्चे उपस्थित मिले एवं सहायिका रानूसिंह राजावत पिछले 15 दिनों से बिना सूचना के अनुपस्थित थीं। सुपरवाइजर आरती सोलंकी सेक्टर में उपस्थित नहीं थीं। जब एसडीएम ने फोन पर सुपर वाइजर की जानकारी ली तो वे बिना सूचना के मुख्यालय से अनुपस्थित पाई गईं। जब एसडीएम ने भोजन वितरण की केन्द्रों पर जानकारी ली तो पता चला कि यहां नियुक्त अंबेडकर स्वसहायता समूह जिसे कुल 10 आंगनबाडियां दी गई हैं, विगत 7 दिनों से आंगनबाडी केन्द्रों पर खाना एवं नाश्ता ही नहीं दे रहा है।
लापरवाहों के विरुद्ध हुई कार्रवाई
कार्य में लापरवाही को देखते हुए एसडीएम ने अनुपस्थित सहायिका का 15 दिन का वेतन राजसात करने एवं बिना सूचना के सुपर वाईजर अनुपस्थिति पर 5 दिन का वेतन राजसात करने एवं अंबेडकर स्व सहायता समूह को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश परियोजना अधिकारी को दिए हैं। वहीं निरीक्षण में मेहदवा ग्राम का अन्य आंगनबाडी केन्द्र भी बंद मिला, जहां पदस्थ कार्यकर्ता अल्पना सिंह एवं सहायिका कृष्णा देवी का भी 7-7 दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश एसडीएम ने परियोजना अधिकारी को दिए।
एसडीएम ने सामने बच्चों का वजन कराया
इसके बाद एसडीएम आंगनबाडी केन्द्र इंदुर्खी पहुंचे, जहां दोनों केन्द्र खुले हुए एवं संचालित पाए गए, बच्चों को भोजन में दाल एवं रोटी दी गई थी। एसडीएम ने केन्द्रों पर पंजी क्र.3, 5 एवं 6 एवं 11 का निरीक्षण किया शासन के निर्देश हैं कि कुपोषण को रोकने के लिए प्रतिमाह बच्चों का वजन किया जाए, जिन बच्चों में वजन कम रहता है नियम अनुसार उनकी देखभाल कर उन्हें स्वस्थ रखने का प्रयास आंगनबाडियों द्वारा होना चाहिए। एसडीएम ने वहां उपस्थित बच्चों का रजिस्टर के अनुसार साल्टर मशीन से बजन कराया एवं कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए।
कुपोषण को रोकने करें उपाय
एसडीएम विजय यादव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश हैं कि आंगनबाडियों पर प्रतिदिन बच्चों को गर्म पका हुआ भोजन एवं नाश्ता पृथक-पृथक मिलना चाहिए। गर्भवती, धात्री माताओं को प्रति मंगलवार आयरन की टेबलेट तथा टीकाकरण एवं सेक्टर सुपरवाइजर के माह में जो निर्धारित भ्रमण है, वह प्रभावी रूप से होने चाहिए। कुपोषण को रोकने में और सुपोषण को बढाने में आंगनबाडी केन्द्रों की प्रभावी भूमिका है। वहीं लाडली लक्ष्मी एवं मातृ वंदना योजना के प्रभावी लाभ वितरण में भी आंगनबाडी केन्द्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।