पुस्तक विक्रेता अपना दिल बडा रखकर आगामी मेले में और अधिक छूट प्रदान करें : संभाग आयुक्त खत्री

* दस दिवसीय पुस्तक मेले का हुआ समापन
* मेले में लगभग 18 हजार अभिभावकों व बच्चों ने लगभग 2.63 करोड की खरीददारी की
* कलेक्टर चौहान व जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार भी समापन दिवस पर मेले पहुंचे

ग्वालियर, 01 अप्रैल। पिछले दस दिनों से मेला स्थित शिल्प बाजार परिसर में आयोजित हो रहे पुस्तक मेले का सोमवार की देर शाम समापन हुआ। पुस्तक मेले की आखिरी शाम संभाग आयुक्त मनोज खत्री भी पहुंचे और पुस्तक मेले का जायजा लिया। उन्होंने पुस्तक विक्रेताओं एवं ग्वालियर डिवीजन चिल्ड्रन बुक सेलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहा कि वे अपना दिल बडा रखें और अगले मेले में अभिभावकों को अधिक से अधिक डिस्काउंट प्रदान करें। संभाग आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप इस साल जिला प्रशासन द्वारा पुस्तक मेले का जो सिलसिला शुरू किया गया है वह आगे भी जारी रहना चाहिए। खत्री ने पुस्तक मेले में जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थापित किए गए बुक बैंक की भी सराहना की।
दस दिवसीय पुस्तक मेला सार्थक सिद्ध हुआ है। मेले में लगभग 18 हजार अभिभावकों व उनके बच्चों ने पुस्तकें, स्टेशनरी व यूनीफॉर्म की खरीददारी की। पुस्तक मेले में लगभग 2 करोड 63 लाख रुपए की पाठ्य सामग्री व स्कूल ड्रेस इत्यादि की बिक्री हुई है। इस अवसर पर कलेक्टर रुचिका चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार, पुस्तक मेला आयोजन से जुडे अन्य संबंधित अधिकारी एवं ग्वालियर डिवीजन चिल्ड्रन एसोसिएशन के पदाधिकारी व पुस्तक विक्रेता मौजूद थे।
मेले के समापन के मौके पर बुक सेलर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने संभाग आयुक्त सहित सभी अधिकारियों का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किए। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा पुस्तक मेले में उपलब्ध कराई गईं सुविधाओं के लिए आभार जताया। ज्ञात हो कलेक्टर रुचिका चौहान की पहल पर शिल्प बाजार में गत 22 मार्च को पुस्तक मेला शुरू हुआ था। पहले मेले की अवधि 29 मार्च तक निर्धारित थी। अभिभावकों की मांग पर मेले की अवधि 31 मार्च तक बढा दी गई थी।
विक्रेता बोले पुस्तक मेले की तरह बाजार की दुकानों पर भी छूट देंगे
ग्वालियर डिवीजन चिल्ड्रन बुक सेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष धनराज सेवानी व सचिव अनूप सिंघल सहित बुक सेलर एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारियों ने पुस्तक मेला के समापन अवसर पर कहा कि मेले में जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगाई हैं, वे सभी बाजार में भी अपनी-अपनी दुकानों पर पुस्तक मेले की तरह ही डिस्काउंट उपलब्ध कराएंगे। पुस्तक मेले में छूट संबंधी जो बैनर लगाया है उसे बाजार की दुकानों पर भी लगाएंगे। एसोसिएशन ने जिला प्रशासन को भरोसा दिलाया कि अगले साल पहले से ही पुस्तकों का पर्याप्त स्टाक कर पुस्तक मेले में इस साल से ज्यादा व आकर्षक छूट उपलब्ध कराएंगे। मेले की सफलता से खुश होकर दुकानदारों ने 5-5 अभिभावकों को पुस्तकों के नि:शुल्क सैट उपलब्ध कराने का निर्णय भी लिया है।
दानदाताओं ने 1515 पुस्तकों के सैट दान में दिए, कलेक्टर ने जताया आभार
पुस्तक मेला परिसर में जिला प्रशासन द्वारा बुक बैंक स्थापित किया गया था, जिसमें कक्षावार पुस्तकें दान में प्राप्त करने के लिए काउण्टर बनाए गए थे। जिलेवासियों ने बढ-चढकर अपने बच्चों की पुरानी पुस्तकें दान में दीं। पुस्तक मेले के बुक बैंक में कुल मिलाकर 1515 पुस्तकों के सैट दान में प्राप्त हुए। इनमें से लगभग 675 सेट आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को नि:शुल्क उपलब्ध कराए जा चुके हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने पुस्तक दान में देने वाले दानदाताओं के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि बुक बैंक में शेष बचे पुस्तक के सैट मलिन बस्तियों में नि:शुल्क कक्षाएं चला रहीं संस्थाओं के माध्यम से जरूरतमंद बच्चों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्व-सहायता समूह की दीदियों के मसाले भी खूब बिके
पुस्तक मेला परिसर में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुडे ‘जय माता दी स्व-सहायता समूह’ द्वारा भी स्टॉल लगाया गया था। इस दस दिवसीय मेले में समूह की दीदियों द्वारा उत्पादित पापड, चिप्स, मसाले व शहद की खूब बिक्री हुई। लगभग 90 हजार रुपए की बिक्री इस समूह की हुई है। पुस्तक मेला परिसर के फूड जोन में लगी खान-पान की दुकानों की भी खूब बिक्री हुई। कलेक्टर रुचिका चौहान व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने भी पानी की टिक्की व चाट का लुत्फ उठाया।
बुक बैंक में दान में आईं पुस्तकें शिल्प बाजार में बने काउण्टर से नि:शुल्क होंगीं वितरित
जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए पुस्तक मेले में स्थापित बुक बैंक में अभिभावकों ने अपने बच्चों की पिछले साल की पुस्तकें दान में दी हैं। नर्सरी से लेकर बारहवीं कक्षा तक की विभिन्न पुस्तकें इस बैंक में उपलब्ध हैं। बुक बैंक में उपलब्ध पुस्तकें ऐसी संस्थाओं व समाज सेवियों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगीं जो विभिन्न मलिन बस्तियों या अन्य स्थानों पर अनौपचारिक कक्षायें चलाकर बच्चों को पढाने का काम कर रहे हैं। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंद अभिभावक व बच्चे भी ये पुस्तकें नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं। मेला स्थित शिल्प बाजार परिसर में 6 अप्रैल तक दोपहर 2 बजे से रात्रि 9 बजे तक की अवधि में यह पुस्तकें प्राप्त की जा सकती हैं। नि:शुल्क पुस्तकें प्राप्त करने के लिए बुक बैंक के नोडल अधिकारी सर्वेश दीक्षित से संपर्क किया जा सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुक बैंक में दानदाताओं द्वारा पुस्तकों के 1515 सैट दान में दिए हैं। इनमें से लगभग 675 सैट वितरित किए जा चुके हैं।