भिण्ड, 05 फरवरी। अखिल भारतीय किसान सभा एवं सीटू के राष्ट्रीय आह्वान पर गोहद अम्बेडकर पार्क में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन, सीटू एवं मप्र किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने किसान, मजदूर, महिला विरोधी बजट की प्रतियां जलाई।
इस अवसर पर आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका एकता यूनियन, सीटू की जिला महासचिव सीमा जाटव ने कहा कि पिछले दिनों मोदी सरकार ने जो बजट पेश किया है। उसमें महिला वाल विकास विभाग के लिए कोई प्रावधान नहीं है। आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं की लम्बे समय से मांग है कि उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। लेकिन सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना तो दूर न्यूनतम मजदूरी 26 हजार रुपए प्रति माह भी नहीं दी जा रही। यह पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है। जबकि हम आंगनबाडी कर्मियों की सरकारी योजनाओं को लागू करने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसी क्रम में मप्र किसान सभा के जिला महासचिव राजेश शर्मा एवं जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि कृषि संकट बढ़ रहा है। खेती में लागतें बढ़ रही है। फसलों के बाजिव दाम मिल नहीं रहें। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून का कहीं कोई जिक्र नहीं है। खाद पर सब्सिडी बढ़ाने की बजाय घटाई गई है। दोनों नेताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार देश की सारी सम्पदा पूंजीपतियों को सौंपने में लगी है। इस बजट ने किसान, मजदूर, महिलाओं, युवाओं को निराश ही किया है। इस अवसर पर युवा नेता भूपेंद्र सिंह गुर्जर, ओमप्रकाश बाथम, उदय सिंह श्रीवास, गुड्डीबाई माहौर, शोभा माहौर, ललिता चौहान, फरमान पठान, सानू खान, विमला राठौर, शबनम, सायरा बानो, ममता बघेल, गिरजा गुर्जर, मिथलेश गुर्जर, सोना बंसल सहित अनेक लोग मौजूद रहे।