स्वदेशी शोध संस्थान के तत्वाधान में अर्थ चिंतन कार्यक्रम आज से

भिण्ड, 22 सितम्बर। वर्तमान में वैश्वीकरण एवं पश्चिमी चिंतन की अर्थ व्यवस्था के विफल होने के कारण भारतीय चिंतकों अर्थ शास्त्रियों, शिक्षाविदों एवं आर्थिक क्षेत्र के प्रधानों द्वारा यह विचार किया गया कि वर्तमान में विश्व की अर्थ व्यवस्था का मार्ग क्या होना चाहिए। इस चिंतन को समाज के सामने रख कर भारतीय अर्थ जनित चिंतन से विश्व को परिचित कराने एवं समाज की वैचारिक स्थिति स्वदेशी स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने के उद्देश्य से स्वदेशी जागरण मंच स्वदेशी शोध संस्थान एवं भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा 23 से 25 सितंबर पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती तक वेबीनार कार्यक्रम आयोजित कर स्वदेशी स्वावलंबन के विचार को जन-जन तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है।
स्वदेशी जागरण मंच मुरैना विभाग के जिला संयोजक बृजमोहन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस राष्ट्र हित की वेबीनार में भूतल परिवहन मंत्री नितिन गड़करी श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव, नीति आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव कुमार, नाबार्ड के चेयरमैन जीआर चिंताले, पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण, अमूल के सीएमडी रूपेन्द्र सोढ़ी, जोहो कारपोरेशन के चेयरमैन श्रीधर वैंबू, मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन टीवी मोहनदास, आईजीआईडी की प्रो. आशिमा गोयल, आईएसआईडी के डायरेक्टर प्रो. नागेश कुमार, जीबीएल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. भगवती पी शर्मा, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के चांसलर सोमनाथ सचदेवा, एआईयू के जनरल सेक्रेटरी प्रो. पंकज मित्तल एवं वाइस चांसलर राजकुमार मित्तल सहभागिता करेंगे। राष्ट्रीय स्तर की इस वेबीनार में संघ परिवार के अनुशांगिक संगठन धार्मिक एवं सामाजिक संगठन, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, विद्यालय एवं उद्योगपतियों, व्यापारियों, रोजगार सृजनकर्ता एवं व्यापारी बंधुओं को सहभागिता करने की अपील स्वदेशी जागरण मंच द्वारा की गई है। ताकि राष्ट्रीय आर्थिक नीति की जानकारी जनमानस को मिल सके और भारत का भविष्य कालीन मार्ग से हो सके।