बुढवा मंगल को दंदरौआ में डॉक्टर हनुमान के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु

रात 12 बजे खुले मंदिर के पट, 10 लाख श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान

भिण्ड, 02 सितम्बर। जिले के सबसे बड़े धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम में बुढ़वा मंगल पर्व के अवसर ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ा मेला लगा, जहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु डॉक्टर हनुमान के दर्शन के लिए पहुंचे। यहां अलग-अलग लाइन बनाई गई। मंदिर पहुंचने के लिए भी तीन रास्ते बनाए गए थे, इसलिए किसी भी मार्ग पर भारी भीड़ नजर नहीं आई। मंदिर प्रबंधन का दावा है बुढ़वा मंगल पर 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डॉक्टर हनुमान के दर्शन किए।
मंगलवार को सुबह तक यहां काफी भीड़ थी। वहीं प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने दंदरौआधाम पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सोमवार रात को बड़ी संख्या में डॉक्टर हनुमान के दर्शन के लिए दंदरौआ धाम श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन को रात 12 बजे डॉक्टर हनुमान के गर्भगृह के पट खोल दिए गए। मंगलवार सुबह 7 बजे आठ ब्राह्मणों ने डॉक्टर हनुमान का मंत्रोच्चारण के साथ किया। इस मौके पर महंत महामंडलेश्वर रामदास महाराज मौजूद रहे। उन्होंने हनुमानजी को 56 भोग लगाए। बुढ़वा मंगल के चलते गर्भगृह सहित पूरे मंदिर परिसर को फूल बंगले से सजाया गया।
दंदरौआ धाम में डॉक्टर हनुमान के दर्शन के लिए  मंदिर प्रबंधन द्वारा छह बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। वहीं मंदिर परिसर के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। कैमरों के माध्यम से पुलिस अधिकारियों ने मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की निगरानी की। मंदिर के बाहर प्रसाद व नाश्ता की दुकानें लगती हैं। लेकिन इस बार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इन दुकानों को दूर-दूर लगवाया। क्योंकि मंदिर पर बाहर से अंदर जाने वाले लोग यहां रुक जाते हैं, जिससे भीड़ बढऩे पर धक्का-मुक्की की आशंका रहती है, इसीलिए मंगलवार को ऐसी स्थिति नहीं बनी।
सखी रूप में हैं डॉक्टर हनुमान
दंदरौआ धाम के महंत महामंडलेश्वर रामदास महाराज ने बताया कि यहां हनुमानजी की प्रतिमा देश की एकमात्र ऐसी प्रतिमा है, जो सखी रूप में नृत्य करती है। भक्त इसे डॉक्टर हनुमान के नाम से जानते हैं। मान्यता है कि यहां दर्शन करने से रोग-दर्द दूर हो जाते हैं। इसी वजह से लाखों श्रद्धालु हर साल यहां उमड़ते हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए एलईडी और सीसीटीवी
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर और बाहर 8 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गईं। इसके साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिनसे पुलिस अधिकारी लगातार निगरानी करते रहे। वाहनों को मंदिर से एक किलोमीटर दूर रोका गया और दुकानों को भी दूर-दूर लगाया गया, ताकि अंदर भीड़ और धक्का-मुक्की की स्थिति न बने।


देश भर से पहुंचे लोग, रास्ते भर लगाए गए स्टाल
डॉक्टर हनुमान के दर्शन करने के लिए भिंड, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, झांसी, दतिया, मुरैना, अंबाह, पोरसा, गोरमी, गोहद, मेहगांव, सेक्ड़ा, लहार, दबोह, आलमपुर, दिल्ली, इटावा, जालौन, गुजरात सहित देशभर से लाखों भक्त दंदरौआ धाम पहुंचे। श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन ने दंदरौआ धाम पर पहुंचने वाले मागों पर यातायात को डायवर्ट किया है तथा सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था की है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए समाजसेवियों द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया था।
कांक्क्षी और रावतपुरा में भी भारी भीड़
दंदरौआ धाम के अलावा भिंड जिले के कांक्क्षी सरकार और रावतपुरा सरकार हनुमान मंदिरों पर भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां भी विशेष श्रृंगार, पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ।
कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों ने किए दर्शन
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और एसपी असित यादव खुद मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने लगातार व्यवस्थाओं पर नजर रखी। भीड़ को संभालने के लिए भिंड पुलिस के अलावा ग्वालियर और मुरैना से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मंदिर परिसर और आसपास चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात थे।
देशभर से पहुंचे श्रद्धालु, जगह-जगह भंडारा
भिंड, ग्वालियर, मुरैना, झांसी, दतिया, अंबाह, पोरसा, दिल्ली, इटावा, जालौन और गुजरात से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर आने वाले रास्तों पर प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्ट किया। भक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह भंडारे और प्रसादी का आयोजन किया गया, जिससे आने वाले श्रद्धालु आसानी से जलपान कर सकें।