समाज में महिलाओं को अपनी पहचान बनाने के लिए साक्षर होना अत्यावश्यक : कंसाना

रासेयो शिविर के चौथे दिन वार्ड नौ में किया गया साक्षरता सर्वे

भिण्ड, 06 जनवरी। शासकीय महाविद्यालय मेहगांव की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा शीतकालीन सात दिवसीय शिविर के चौथे दिन की शुरुआत योगा एवं कसरत की क्रियाओं से हुई। परियोजना कार्य में वार्ड क्र.नौ में साक्षरता सर्वे स्वयं सेविकाओं द्वारा किया गया। सर्वे के आंकड़ों से यह निष्कर्ष सामने आया कि आज भी समाज में महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरुक करने की आवश्यकता है। परिवार को उन्नतशील बनाने के लिए महिलाओं का पढ़ा लिखा होना आवश्यक है। बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि शा. महाविद्यालय मौ के कार्यक्रम अधिकारी हरिशंकर कंसाना ने सर्वप्रथम मां सरस्वती का पूजन कर माल्यार्पण कराया गया।

उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज में महिलाओं को अपनी पहचान बनाने के लिए साक्षर होना अत्यावश्यक है। आज की नारी देश के हर क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही है, इसलिए महिलाओं को अपनी शक्ति का पता होना भी आवश्यक है। इसी क्रम में श्रीमती वंदना श्रीवास्तव, डॉ. साधना सिंह, शिवप्रकाश सिंह नरवरिया ने भी अपने उद्बोधन से छात्राओं को लाभान्वित किया। सात दिवसीय शिविर का आयोजन प्राचार्य आरके डबरिया के निर्देशन में रासेयो कार्यक्रम अधिकारी गिरिजा नरवरिया द्वारा आयोजित किया जा रहा है। मंच संचालन अहिल्याबाई समूह ने किया। अतिथियों का आभार प्रो. अंबुजा गुप्ता ने व्यक्त किया।