सभी धर्मों की जननी है हिन्दू धर्म : तिवारी

– विश्व बंधुत्व दिवस कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 12 सितम्बर। हिन्दू धर्म एक ऐसा धर्म है जो सभी धर्मों का आदर करता है तथा उन्हें स्वीकारता है एवं संपूर्ण विश्व को आध्यत्म का संदेश यहीं से प्रसारित हुआ है। यह विचार सेवानिवृत्त व्याख्याता शिक्षाविद आरएन तिवारी ने विवेकानंद केन्द्र कन्या कुमारी शाखा भिण्ड एवं भारत विकास परिषद जाग्रति शाखा भिण्ड द्वारा आयोजित विश्व बंधुत्व दिवस कार्यक्रम में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विभिन्न नदियां प्रथक प्रथक रूप से प्रवाहित होकर अंत में समुद्र में मिल जाती हैं, ठीक उसी प्रकार मनुष्य भी अलग-अलग पद्यतियां अपनाकर अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने भारत वासियों की सोई हुई शक्ति को जाग्रत करने का कार्य किया और आने वाले समय में उसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले।
अपने उदवोधन में तिवारी ने कहा कि हम जो जीवन में सीखते हैं वह सभ्यता है, जबकि संस्कृति का विकास स्वत: होता है। शिकागो धर्मसभा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस धर्म सभा में विभिन्न धर्मों के अनुयायियों ने सिर्फ अपने धर्म को श्रेष्ठ बताया था, जबकि स्वामी जी ने हिन्दू धर्म की विशेषता के साथ साथ अन्य सभी की स्वीकारिता की बात कही थी और इसी वजह से स्वामी जी का उदवोधन सर्वमान्य होकर सराहा गया।
इसके पूर्व कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ तीन ओमकार मंत्र के साथ हुआ। तत्पश्चात प्रो. रामानंद शर्मा ने विवेकानंद केन्द्र का परिचय एवं उसकी विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। डॉ. उमा शर्मा ने भगवत गीता के माध्यम से सभी जीवो में एक चेतन होने की बात कही। वहीं केन्द्र के विभाग प्रमुख उपेन्द्र मिश्रा ने विश्व बंधुत्व की प्रारंभिक जानकारी दी। अंत में सभी के प्रति आभार केन्द्र प्रमुख श्रवण पाठक ने व्यक्त किया। इस अवसर पर लगभग 52 गणमान्य उपस्थिति रहे।