साफ, स्वच्छ भोजन अच्छे विचारों का जनक होता है: संतोष जी महाराज

भिण्ड, 07 सितम्बर। मनुष्य की नियत और नीति किसी भी कार्य में सही होगी उस कार्य में उन्नति और प्रगति के पथ पर उस व्यक्ति के कार्य को अग्रसर होने से कोई नहीं रोक सकता। यह बात करौली सरकार लवकुश आश्रम कानपुर के महंत स्वामी संतोष जी महाराज ने शिवाजी स्कूल सभाकक्ष मालनपुर में आयोजित सत्संग मिलन समारोह में कही है।
उन्होंने कहा है कि जिस मनुष्य की नियत साफ स्वच्छ होगी उसके कार्य में बरकत होगी। इसलिए नीति और नियत साफ रखकर अपने कार्य का शुभारंभ व्यक्ति को करना चाहिए। आज के जीवन में मनुष्य अत्यधिक दिमाग चलाकर विभिन्न बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है। साफ, स्वच्छ भोजन अच्छे विचारों का जनक होता है। इसलिए हमें जीवन में शांति बनाए रखने के लिए साफ, स्वच्छ, स्वास्थ्य भोजन का सेवन करना चाहिए। स्वास्तिक भोजन से अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं, जो कि समाज के कल्याण के लिए बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर शिवाजी स्कूल प्रबंधन एवं बंटू द डाबा के संचालक दिनेश परिहार ने श्रीफल, शॉल और पुष्प माला अर्पित कर स्वामी जी का स्वागत किया। स्वामी जी ने सभी को आशीर्वाद स्वरूप सत्संग किया। इस मौके पर दिनेश परिहार, नवाब सिंह भदौरिया, देवेन्द्र सिंह कुशवाहा, बंटी चौहान, राहुल परिहार, नेहा राघव, सुनील गौतम, अर्जुन सिंह, राखी मुद्गल, अलका भदौरिया, नंदनी, पूजा भदौरिया सहित सैकड़ों की तादात में भक्तगण प्रवचन सुनने के लिए एकत्रित हुए।