पूर्व पार्षदों ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन
भिण्ड, 30 दिसम्बर। नगर पालिका गोहद में हो रहे भ्रष्टाचार के किस्से मुख्यमंत्री से लेकर विधानसभा तक गूंज रहे है। इसके उपरांत भी प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा किसी भी अधिकारी व कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, परिणाम स्वरूप भ्रष्टाचार करने वालों के हौसले बुलंद हैं, उनको शासन व प्रशासन किसी का डर भय नहीं है। गोहद नगर पालिका की सबसे खास बात यह है कि यहां कोई भी कार्य बिना चढ़ावा चढ़ाए नहीं होता। इसी भ्रष्टाचार के क्रम में पूर्व पार्षदों द्वारा नगर पालिका अधिकारी को प्रधानमंत्री आवास में हो रही गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन सौंपा है। जिसके अनुसार मस्टर कर्मचारी मोनू शर्मा को आवास विभाग से हटवाने की मांग की है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तृतीय चरण की जो सूची तैयार की गई है उसमें मोनू शर्मा मस्टर कर्मचारी द्वारा जो पात्र व्यक्ति जिन्होंने पूरे कागज कम्पलीट कर आवेदन जमा किए गए थे, उन लोगों से पैसे मांगे गए पैसे न देने पर अपात्र कर दिए गए हैं। जिन लोगों ने पैसे दिए हैं उनको पात्र कर दिया गया है। जबकि वह लोग अपात्र में आते है उनके दो-दो मंजिल मकान बने हुए हैं। उनको पात्र कर सूची में नाम जोड़े गए हैं। नगर पालिका परिषद गोहद द्वारा वार्ड क्र.एक से 18 में प्रधनमंत्री आवास योजना के अंतर्गत भवन निर्माण की कार्रवाई हेतु आवेदन पत्र मांगे गए थे। जिन व्यक्तियों के पास सिर ढ़कने के लिए छत नहीं थी उन्होंने सभी दस्तावेजों को लगाकर फार्म जमा किए थे।
नगर पालिका गोहद द्वारा उक्त आवेदनों की जांच मस्टर कर्मचारियों के द्वारा कराई गई। किन्तु उक्त कर्मचारियों ने सही रूप से जांच नहीं की। जो व्यक्ति पात्र थे जिनके सभी दस्तावेज संलग्न थे उन्हें अपात्र के रूप में गलित अंकित कर सूची दी गई है। क्योकि उन व्यक्तियों से कर्मचारी पैसे मांग रहे थे जब पैसे नहीं दिए तो उन व्यक्तियों के खिलाफ गलत रिपोर्ट प्रस्तुत की है। जिस पर पुन: विचार किया जाना न्याय संगत है। उक्त कर्मचारियों ने पैसे लेकर अपात्र व्यक्तियों का पात्र बताते हुए गलत सूची प्रदान की है जो स्वीकार योग्य नहीं है इन लोगों के पास पूर्व से ही रहने के लिए पक्के मकान बने हुए है तथा वो धनी व्यक्ति है जिसको न देखकर मनमाने ढग़ से गलत सूची तैयार कर दी है इस प्रकार अपात्र व्यक्तियों को पात्र बताया गया है। इस प्रकार कुल मिलाकर वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है। जिसकी जांच किया जाना उचित है।
ज्ञापन देने वालो में प्रताप कुशवाह, आत्मदास भटनागर, लाखन गुर्जर, जगदीश गुर्जर, भोलाराम बाथम, मुकेश लहरिया, भीकम कौशल, वेदराम जाटव प्रमुख रूप से उपस्थित थे।