शंकराचार्य ने आत्मा और परमात्मा की एकरूपता को बताया : प्रो. अली

-जन अभियान परिषद द्वारा शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 12 मई। मप्र जन अभियान परिषद मेहगांव द्वारा शा. महाविद्यालय मेहगांव के सभागार में आचार्य शंकर की जयंती के उपलक्ष्य में एकात्म पर्व आचार्य शंकर जीवन दर्शन व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम संत 108 सेवादास महाराज हनुमान खुटी, मण्डल अध्यक्ष भाजपा नीरज शर्मा, समाजसेवी प्रो. इकबाल अली, जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया के आतिथ्य में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य शंकराचार्य भगवान के छाया चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। प्रारंभ में मप्र जन अभियान परिषद के ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा ने एकात्म पर्व का उद्देश्य एवं कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए स्वागत भाषण पढा एवं कहा कि शासन की मंशा अनुरूप आचार्य शंकर की जन्म जयंती पर उनके विचारों को नीचे तक ले जाने हेतु इस प्रकार के आयोजन किए जाते हैं।
संत सेवादास महाराज ने कहा कि आचार्य शंकर ने भारत को अद्वैत वेदांत का दर्शन कराया है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जन समुदाय को आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रो. इकबाल अली ने कहा कि अद्वैत वेदांत से आत्मा और परमात्मा की एकरूपता को बताते हुए आदि गुरू शंकराचार्य ने विश्व के समक्ष सनातन धर्म की महानता को प्रकट किया। आचार्य शंकर का जन्म आज से 788 वर्ष पूर्व हुआ। उन्होंने अपनी अल्प आयु में सन्यास गृहण कर 32 वर्ष की आयु तक पूरे सनातन को एक सूत्र में बांधने के लिए भारत भ्रमण करके चार मठों की स्थापना की। जिसने भारत को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण जोडने का काम किया है।
मुख्य अतिथि नीरज शर्मा ने कहा कि आचार्य शंकर ऐसे समय पर इस धरती पर प्रकट हुए, जब देश में स्थितियां धर्म के प्रति प्रतिकूल थीं। ऐसे में उन्होंने चारों मठों की स्थापना करके देश को एक नया मत दिया और समाज को सही दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। वास्ताव में जन अभियान परिषद इस वैचारिक मंथन द्वारा समाज को दिशा देने का कार्य कर रहा है।
विशिष्ट अतिथि शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मात्र 8 वर्ष की आयु में आदि गुरू शंकराचार्य जी ने सभी वेदों को प्राप्त कर लिया था। शंकराचार्य जी ने गोवर्धन पुरी मठ, श्रीगिरी पीठ, शारदा मठ और ज्योतिरमठ की स्थापना की। समाज में धर्म का जागरण करते हुए शंकराचार्य जी के विचारों को आगे ले जाना है और समाज में सामाजिक समरसता का भाव लाना हैं।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे ब्लॉक समन्वयक जय प्रकाश शर्मा ने बताया कि जन अभियान परिषद समाज को शासन के साथ जोडने के लिए कार्य कर रही हैं। अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नवांकुर संस्था से श्यामसुंदर त्यागी, परामर्शदाता अनिल शर्मा, रानी शर्मा, जितेन्द्र कौरव, कृष्णा बंसल, रामशंकर त्यागी, सीएमसी एलडीपी छात्र, छात्राएं व प्रस्फुटन समिति के सदस्य मौजूद रहे।