पेड-पौधे प्रकृति की अनुपम देन, एक बहुमूल्य संपदा है : शर्मा

– वृक्ष पूजनीय होते हैं क्योंकि यहां देवताओं का वास होता है : डॉ. डाबरिया
– विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कार्यक्रम एवं संगोष्ठी आयोजित

भिण्ड, 05 मई। मप्र जन अभियान परिषद मेहगांव के ब्लॉक समन्वयक के मार्गदर्शन में विकास खण्ड में विश्व पर्यावरण दिवस पर संगोष्ठी एवं पौधारोपण का आयोजन किया गया। ग्राम गिंगरखी और शा. महाविद्यालय मेहगांव में संगोष्ठी के दौरान विकास खण्ड समन्वयक जयप्रकाश शर्मा ने कहा कि 5 जून को पॉलीथिन के जहर से मुक्ति वर्ष मनाने का आह्वान किया गया है।
बिगडते पर्यावरण के संरक्षण हेतु पौधारोपण कर उन्हें सुरक्षित रखने हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि आज अनेक प्रकार से पर्यावरण पर दुष्प्रभाव पड रहा है, जिसके संवर्धन हेतु सभी लोगों को मिलकर कार्य करना है। पर्यावरण संरक्षण का कार्य घर बैठकर नहीं होगा। उसे करने के लिए हमें पीडा उठानी होगी। इसके लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा, कि जो कह रहे हैं, वही हमारे व्यवहार में है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षण मेरा काम है। पर्यावरण के लिए कोई बात कहता हूं, तो उसकी पहली शुरुआत मुझे करनी होगी। यही चेतना पर्यावरण के लिए समाज को दिशा देने की कार्य करेगी। पौधारोपण को गांव के स्तर पर आर्थिक आमदनी का साधन बनाना चाहिए। जिससे गांव में हरियाली के साथ-साथ आत्मनिर्भर भी बनेगा।
प्राचार्य डॉ. आर के डावरिया ने कहा कि वृक्ष पूजनीय होते हैं, क्योंकि वृक्षों पर देवताओं का निवास होता है, हिन्दू धर्म में प्रत्येक वृक्ष का अपना अलग-अलग महत्व होता है, शुद्ध हवा, पानी, ऑक्सीजन जीवन के लिए नितांत आवश्यक है, हम सभी लोगों लोगों को यह संकल्प लेना चाहिए कि एक-एक पौधा अवश्य लगाएं। तत्पश्चात शर्मा ने उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण सरक्षंण की शपथ दिलाई। मप्र जन अभियान परिषद मेहगांव के तत्वावधान में गोरमी, मोरोली, नीमगांव, मेहगांव में भी संगोष्ठी, स्वछता एवं पौधारोपण कार्यक्रम किया गया। इस दौरान दुर्गेश गुप्ता, डॉ. रेखा सुमन, वंदना श्रीवास्तव, अंजुबा गुप्ता, संजीव शर्मा, अभिषेक शर्मा, नवांकुर संस्था त्यागी गालव शिक्षा प्रसार समिति से श्यामसुंदर त्यागी, परामर्शदाता जितेन्द्र कौरव, कृष्णा बंसल, अनिल शर्मा, रामशंकर त्यागी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।