-विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण एवं संगोष्ठी आयोजित
भिण्ड, 05 मई। पौधे लगाना अत्यंत महत्वपूर्ण है, किंतु सिर्फ पेड लगाने भर से पर्यावरण की रक्षा पूरे तरीके से नहीं हो सकती। इससे एक कदम आगे बढकर हमें उन सभी चीजों पर भी काम करना होगा जो पर्यावरण को दूषित करते हैं। यह बात भारत विकास परिषद शाखा भिण्ड द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में गायत्री डीएड कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी एवं पौधारोपण कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भिण्ड जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के प्रति उदासीन होने से इसका नतीजा हम सबको प्रकृति में हो रहे बदलाव के रूप में मिल रहा है। हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि पर्यावरण संरक्षण मेरा काम है, पेड पौधे हमारे जीवन में रक्षक के रूप में हैं। इसलिए लक्ष्य बनाकर पौधारोपण करने की जरूरत है। कार्यक्रम के प्रारंभ में भारत विकास परिषद के पर्यावरण प्रकल्प प्रमुख धीरज द्विवेदी ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी।
बतौर मुख्य वक्ता डॉ. साकार तिवारी ने कहा कि पांच तत्वों के सहयोग से संभव हुए मानव जीवन और पर्यावरण का संबंध शाश्वत है। हम सभी प्रार्थना करें कि हमारी भारतीय संस्कृति में शामिल प्रकृति प्रेम की परिकल्पना हमारे दैनिक जीवन में सदा परिलक्षित होती रहे। पर्यावरण का अर्थ हमारे आस-पास का आवरण जिसमें प्राकृतिक पर्यावरण मुख्य है, जिसके तहत जल, जंगल, जमीन, नदियां, पर्वत सभी सम्मिलित हैं। यह सभी मानव जीवन के मुख्य आधार स्तंभ हैं। अत: इनको सहेजना और अगली पीढी तक सुरक्षित पहुंचाने के महती जिम्मेदारी के निर्वाहन के लिए इनका संरक्षण अति महत्वपूर्ण बिंदु है।
कोषाध्यक्ष रेखा भदौरिया द्वारा पर्यावरण सरक्षण पर गीत की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम का संचालन सचिव राजमणि शर्मा ने और आभार पर्यावरण सरक्षण प्रकल्प संयोजक अंशुल त्रिपाठी ने किया। सभी लोगों ने पर्यावरण सरक्षण का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के परिसर में 21 पौधों का रोपण किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कमलेश सेंथिया, अजय बसेडिया, राधामोहन चौबे, गंगाधर थापक, कौशल शर्मा, रश्मि खटीक, रेखा शुक्ला की सहभागिता रही।