जो व्यक्ति धरती को छूता है वह वजनदार होता है : रामस्वरूपाचार्य

दंदरौआ धाम में सियपिय मिलन समारोह में हो रहा कार्यक्रमों का आयोजन

भिण्ड, 12 नवम्बर। जिले के दंदरौआ धाम में रासलीला में शनिवार को रासलीला के कार्यक्रम में धनुष यज्ञ और श्रीराम विवाह का मंचन किया गया। हजारों की संख्या में मौजूद दर्शकों ने लीला का आनंद लिया। इसके उपरांत कामदगिरि के महंत जगद्गुरु रामस्वरूपाचार्य द्वारा श्रीराम कथा का वाचन किया गया। जिसमें उन्होंने हनुमान के चिकित्सक होने का प्रमाण देते हुए उनकी कथा का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जो मनुष्य धरती को छूता है वह वजनदार हो जाता है और जो मनुष्य ऊपर बैठता है वह हल्का हो जाता है। जैसे तराजू का जो नीचे पलड़ा धरती को छूता है तो वह वजनदार रहता है। इसलिए जो मनुष्य सुनता है, वह बजनदार हो जाता हैं लेकिन जो मनुष्य बोलता है वह हल्का हो जाता है। वाहन चलाता है तो उसका डीजल खत्म होता है अगर बाहन खड़ा है तो उसका डीजल खत्म नहीं होता है, वैसे ही जो ऊपर बैठता है वह बोल रहा है उसकी ऊर्जा खर्च हो रही है और जो मनुष्य सुन रहा है उसकी ऊर्जा बढ़ती है। उन्होंने कहा कि आपके पास धन-संपत्ति, पद, सम्मान सभी हैं लेकिन आपके शरीर में कोई बीमारी है तो उस पद का कोई फायदा नहीं है हनुमान जी महाराज पूरे विश्व की धरती पर विराजमान हैं लेकिन डॉक्टर हनुमान जी केवल दंदरौआधाम में स्थापित हैं। मनुष्य अगर अंहकार लेकर आता है तो वह स्वास्थ्य लाभ नहीं पाएगा लेकिन मनुष्य पूरी श्रृद्धा और विश्वास के साथ आता है, उसे बीमारी से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि दंदरौआधाम और कामतानाथ में कोई अंतर है, मनुष्य अगर दंदरौआधाम आता है, उसके हृदय में विशाद होता है और उसकी श्रृद्धा प्रवल है तो वह दंदरौआ में डॉक्टर हनुमान की कृपा और आशीर्वाद से जल्द स्वस्थ हो जाता है।


धाम में समारोह के दौरान 14 से 18 नवंबर तक बागेश्वर धाम महंत पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा दिव्य दरबार लगाया जाएगा एवं हनुमंत कथा का रसपान कराया जाएगा। सियपिय मिलन समारोह में नियमित 11 दिनों में यज्ञ पं. रामस्वरूप शास्त्री द्वारा आयोजन होगा। दंदरौआधाम में विशाल भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शनिवार को लगभग 30 हजार श्रृद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। रविवार का भण्डारा सियाराम भारद्वाज द्वारा दिया जाएगा। इस मौके पर महंत राधिकादास महाराज वृंदावन, मुख्य यजमान अशोक भारद्वाज, नरेन्द्र भारद्वाज, मुकेश भारद्वाज, जलज त्रिपाठी, दिनेश शुक्ला, बृजकिशोर शर्मा, अशोक दीक्षित, नरेन्द्र चौधरी सहित अनेक श्रृद्धालु मौजूद रहे।