भव्य नवीन मन्दिर एवं वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव 30 जून एवं एक जुलाई को

मुनिश्री के सानिध्य में घटयात्रा साथ शुरू होगा दो दिवसीय नवीन मन्दिर, वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव
मन्दिर समिति ने महोत्सव के लिए श्रीफल भेंटकर मुनिश्री को किया आमंत्रित

ग्वालियर, 24 जून। श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ एवं पीठाधीश्वर कर्मयोगी क्षुल्लक 105 श्री समर्पण सागर महाराज के मंगल सानिध्य में ऐतिहासिक नगर ग्वालियर के दक्षिण प्रवेश द्वार गुड़ीगुड़ा नाका स्थित नवीन निर्माण श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन वरैया पंचायती मन्दिर जिनालय नवीन मन्दिर में अतिशय कारी भगवान पाश्र्वनाथ (सातऊ वाले बाबा) की प्रतिमा भव्य वेदी में विराजेंगे। इस नवीन मन्दिर की शुद्धि, शिखर पर कलशारोहण एवं भव्य वेदी प्रतिष्ठा, विश्व शांति महायज्ञ महोत्सव कार्यक्रम 30 जून से एक जुलाई तक आयोजित होगा।


जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि महोत्सव में श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ का सानिध्य पाने के लिए मन्दिर समिति के मुकेश जैन, धरम वरैया, चक्रेश जैन, राजेश जैन लाला, नरेन्द्र जैन सोनू, पारस जैन, अनुराग जैन ने सामूहिक रूप से श्रीफल भेंटकर महोत्सव के लिए आमंत्रण किया। इस महोत्सव के प्रतिष्ठाचार्य पं. अजित कुमार शास्त्री, सह प्रतिष्ठाचार्य पं. चन्द्र प्रकाश जैन चंदर व पं. राजेन्द्र जैन के मार्गदर्शन में 30 जून को सुबह सात बजे से मंगल कलश घटयात्रा निकाली जाएगी। ध्वजारोहण, आचार्य निमंत्रण, श्रीजी का अभिषेक शांतिधारा, मुनिश्री के प्रवचन एवं नौ बजे श्रीयाग मण्डल विधान,11 बजे वेदिका शुद्धि क्रियाएं होंगी। वहीं एक जुलाई शुक्रवार सुबह छह बजे जाप्यानुष्ठान, अभिषेक शांतिधारा, प्रवचन, श्री कल्याण मन्दिर विधान, 9.30 बजे शांति महायज्ञ, 10.30 बजे मन्दिर कपाट उद्घाटन, श्रीजी विराजमान एवं 11.30 बजे शिखर ध्वजा एवं कलशारोहण होगा।

तीन मुनिराजों का वात्सल्य मिलन हुआ, मिलन देकर जयकारे गूंज उठे

शुक्रवार को सुबह दाल बाजार तिराहे पर तीन संतों का भव्य मिलन मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ से सोनागिर से आए मुनि श्री विकसंत सागर महाराज व मुनि श्री आचार्य सागर महाराज से हुआ। मुनि श्री विनय सागर ने प्रणाम किया तो मुनि श्री विकसंत सागर महाराज व मुनि श्री आचार्य सागर महाराज ने एक-दूजे को गले से लगा लिया। संतों के मिलन को देखकर मौजूद जैन समाज के लोगों ने भव्य मिलन देकर गुरुदेव के जयकारों से गूंज उठा। संत मिलन के बाद मुनिराजों का ससंघ ढोल-ताशा के साथ माधवगंज जैन मन्दिर पहुंचे। जैन मन्दिर समिति ने मुनिराजों के चरणों का पाद प्रक्षालन कर अगवानी की। मुनिराजों ने मन्दिर में जिनेन्द्र भगवान के दर्शन किए।

इंसान मेहनत से नहीं, दान, धर्म, पुण्य और तपस्या से अमीर बनता है : विनय सागर

मुनि श्री विनय सागर महाराज में माधोगंज जैन मन्दिर में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इंसान केवल मेहनत से नहीं कमाता दान, धर्म, पुण्य और तपस्या से अमीर बनता है। मन की इच्छा पर संयम लाना ही तपस्या का मुख्य उद्देश्य है। जो लोग भी अपने आप को स्वस्थ और सुंदर बनाना चाहते हैं वे तपस्या का आचरण करें।
मुनि श्री विकसंत सागर महाराज ने कहा कि जब जीव के अंदर हलचल पैदा होती है तो कर्मों का आना (आस्रव) शुरू हो जाता है। कर्म तो निर्जीव है, लेकिन आत्मा से इन्हें शक्ति मिलती है। पाप कर्म जीव को दुख और पुण्य कर्म जीव को सुख प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कर्मों के आधार पर ही सुख-दुख मिलते हैं। पाप कर्मों से दुख और पुण्यकर्मों से सुख मिलता है। इस मौके राजेश जैन लाला, अजय जैन, देवेन्द्र विपुल जैन, अखिल जैन आदि मौजूद थे।