जैविक खेती अपनाई, सफलता की राह आसान बनाई

भिण्ड, 08 फरवरी। अगर किसान कुछ करने की ठान ले, तो उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है। बस अपने लक्ष्य को पाने के लिए जुनून होना चाहिए। इस दुनियां में किसान के लिए असंभव नाम की कोई चीज नहीं है। किसान अगर किसी चीज की चाहत रखता है तो वह उसे पा सकता है। बशर्ते उसकी चाहत के साथ उसमें उसकी मेहनत शामिल हो जाए। कहते हैं कि जिंदगी बदलते देर नहीं लगती। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है भिण्ड जिले के ग्राम रैपुरा विकास खण्ड अटेर निवासी राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने, वे अपनी फसलों में जैविक कीटध्रोग के नियंत्रण के लिए बीजामृत, जीवामृत, पंचगव्य, ब्रह्मास्त्र एवं देशी गाय के गौमूत्र जैसे जैविक खादों को तैयार कर जैविक खेती में उपयोग कर रहे हैं।
राजेन्द्र प्रसाद शर्मा बताते हैं कि मैं पिछले पांच-छह वर्षों से रासायनिक खेती कर रहा था, जिसमें प्रथम दो-तीन वर्ष उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई इसके पश्चात् उत्पादन स्थिर हो गया। मुझे अधूरा ज्ञान होने के कारण मैंने सोचा कि अधिक रासायनिक उर्वरक डालने से पैदावार अधिक ली जा सकती है। ऐसा नहीं हुआ बल्कि इसमें विपरीत उत्पादन स्थिर होकर खेत की दशा बिगडऩे लगी। इसी दौरान प्रधानमंत्री स्वाइल हैल्थ कार्ड योजना के तहत मैंने अपने खेत की मिट्टी की जांच कराई भिण्ड प्रयोगशाला द्वारा मुझे स्वाइल हैल्थ कार्ड प्राप्त हुआ है। कृषि अधिकारियों द्वारा मुझे जैविक खेती करने की सलाह दी गई। इसी बीच मैंने नाडेप टैंक बनवाया तथा गोबर की खाद भी प्रयोग में लाई। इस प्रक्रिया से मैं विगत तीन-चार वर्ष से खेती कर रहा हूं। अब मेरी खेती बगैर रासायनिक खाद के द्वारा की जा रही है। मैंने जैविक विधि से गेहूं, मूंग उत्पादन भी शुरू किया है। आत्मा अधिकारियों की सलाह पर गांव से जैविक समूह का गठन किया है और इस समूह का मैं स्वयं प्रतिनिधित्व करता हूं तथा मेरे द्वारा समूह के लोगों को जैविक खेती हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मैंने अपनी फसलों में जैविक कीटध्रोग के नियंत्रण के लिए बीजामृत, जीवामृत, पंचगव्य, ब्रह्मास्त्र एवं देशी गाय के गौमूत्र जैसे जैविक खादों को भी बनाकर उपयोग कर रहा हूं। जिससे मुझे अधिक लाभ के साथ-साथ शुद्ध खाद्य प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में अभी मेरे खेत में बेहतर किस्म की हरी-भरी फसल लहलहा रही है। इसके पश्चात् मैं पूर्ण रूप से जैविक मूंग उत्पादन की शुरुआत कर रहा हूं, जिसके मुझे बाजार में उचित दाम मिलने के संकेत हैं। जिससे मैं मूल बाजार दर से अधिक मूल्य पर अपने उत्पादन को बेच सकूंगा। किसानों के हित में चलाई गई प्रधानमंत्री स्वाइल हैल्थ कार्ड योजना के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सहृदय से धन्यवाद करता हूं।