भिण्ड, 05 जनवरी। तीन जनवरी से प्रारंभ हुए स्कूली छात्र-छात्राओं एवं महााविद्यालयों में अध्यनरत 15 से 18 आयु वाले छात्र-छात्राओं का कोविड-19 वैक्सीनेशन संपूर्ण जिले में किया जा रहा है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा अति महत्वपूर्ण कोविड वैक्सीनेशन कार्य हेतु अपने अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अटेर के अवगत कराए जाने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कनेरा (अटेर) के एमपीडब्ल्यू सुल्तान सिंह की ड्यूटी शाससकीय हाईस्कूल चौम्हो में कोविड-19 टीकाकरण में वैरीफायर का कार्य करने हेतु में लगाई गई थी। संबंधित कर्मचारी तीन जनवरी को सुबह 9.30 बजे की जगह 11 बजे ड्यूटी स्थल पर पहुंचा एवं पांच जनवरी को ड्यूटी स्थल पर अनुपस्थित रहे तथा मोबाईल द्वारा सूचना करने पर भी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं हुए। इससे टीकाकरण कार्य प्रभावित होने से एवं वहीं दूसरी ओर खण्ड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फूफ द्वारा उप स्वास्थ्य केन्द्र स्योंढ़ा (फूफ) के एमपीडब्ल्यू ज्योतिप्रकाश दौहरे की ड्यूटी शा. हाईस्कूल बाराखुर्द में कोविड-19 टीकाकरण में वैरीफायर का कार्य करने हेतु में लगाई गई थी, जिसमें संबंधित को टीकाकरण की ऑनलाईन फीडिंग का कार्य किया जाना था। कोविड-19 कंट्रोल रूम द्वारा अवगत कराया गया कि संबंधित द्वारा कुल 61 बालक-बालिकाओं के ऑफलाइन टीकाकरण के विरुद्ध कोई भी ऑनलाइन एण्ट्री नहीं की गई है। ऑनलाइन एण्ट्री ना होने से जिले की टीकाकरण उपलब्धि ऑनलाईन प्रदर्शित न होने के कारण कार्य में लापरवाही को दृष्टिगत रखते हुए दोनों की कर्मचारियों को निलंबित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजीत मिश्रा ने जानकारी देते बताया कि तीन जनवरी से प्रारंभ 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का महत्वपूर्ण वैक्सीनेशन का लक्ष्य हमारे सामने है। जिसके तहत अधीनस्थ अमले को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी गई है। मेरे द्वारा निरंतर पूरे जिले के की वैक्सीनेशन टीमों पर निगरानी रखी जा रही है। यदि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्य में लापरवाही बरतता है तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।