भिण्ड, 12 सितम्बर। शासकीय महाविद्यालय मेहगांव में भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित पुस्तकों का अवलोकन किया। भारतीय ज्ञान परम्परा से संबंधित पुस्तकों में विभिन प्रकार की पुस्तके जैसे- श्रीरामचरित मानस में आध्यात्म एवं विज्ञान, श्रीमद् भागवत पुराण एवं गीता में विज्ञान, गौतम बुद्ध का बुनियादी चिंतन, भारतीय संविधान, विविध संदर्भ ग्रंथ, हिन्दी साहित्य से संबंधित मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तकें, पत्र पत्रिकाएं, समाचार-पत्र एवं शोध पत्रिकाओं की प्रदर्शनी लगाई गई। वैदिक गणित, महापुरुषों की गाथाएं, मप्र की कला संस्कृति से संबंधित पुस्तकें छात्रों द्वारा पढ़ी गई।
पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. साधना सिंह ने बताया कि भारतीय ज्ञान परम्परा कि तहत हम सभी अपनी पुरानी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं तथा जो साहित्य सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित था अब उस ज्ञान का प्रसार भारतीय ज्ञान परम्परा के माध्यम से किया जा रहा हैं। पुस्तकें ज्ञान को अर्जन करने का माध्यम एवं एक अच्छा तथा सच्चा मित्र है। पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती है और ज्ञान, आध्यात्म, विज्ञान, तर्क और दर्शन आदि का बोध कराता है। ज्ञान ईश्वर प्राप्ति का मार्ग भी है। चाहे परीक्षा हो, चाहे कोई भी चुनौती हो, सफलता तक पहुंचने का सबसे सशक्त माध्यम पुस्तकें ही हैं। प्रदर्शनी के दौरान छात्र-छात्राएं पुस्तकालय के बुक लिफ्टर रमेश शर्मा, संयोजक सुनील बंसल व समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।