संस्कारी शिष्य ही उन्नत भविष्य का निर्माण करते हैं : सोनिया अग्रवाल

– भाविप शाखा जागृति का गुरू वंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित

भिण्ड, 07 अगस्त। संस्कार युक्त शिक्षा की वर्तमान में बहुत आवश्यकता है, वर्तमान शिक्षा पद्धति हमें भौतिकवादी बनाती जा रही है, ऐसी स्थिति में हमारे संस्कार पीछे छूट रहे हैं, इसलिए हमें अपने संस्कारों से जुडकर रहना है, जिससे कि हम सफल भविष्य का निर्माण कर सकें। हमें बच्चों के मन में तीज-त्यौहार, जन्मदिवस, परंपराएं इत्यादि सामूहिकता के साथ बनाने का भाव विकसित करना होगा। इससे उनमें सामूहिकता, सामाजिकता और संस्कार विकसित होंगे। यह विचार शाखा जागृति की सचिव सोनिया अग्रवाल ने भगत हाईस्कूल में चलाए जा रहे गुरू वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा गुरू वंदन छात्र अभिनंदन का क्रम 25 विद्यालय में संपन्न किया जाएगा।
शाखा सदस्य कमलेश जुनेजा ने कहा कि गुरू के बिना छात्र को ज्ञान मिलना संभव नहीं है सभी छात्रों को सदैव अपने गुरुओं का आदर करना चाहिए और उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा का अनुपालन करना चाहिए। हमारे देश में गुरु शिष्य परंपरा बहुत महान है। अध्यक्ष गगन शर्मा ने परिषद के गठन और उद्देश्य के बारे में समझाया। भारत विकास परिषद गैर राजनीतिक सामाजिक संगठन है, इसका उद्देश्य समाज में सेवा, समर्पण, संस्कार और संपर्क के माध्यम से हमारी परंपराओं एवं आदर्शों को आगे बढाते हुए सेवा कार्य करना है।
कार्यक्रम में विद्यालय के 11 मेधावी छात्र-छात्राओं तान्या जैन, मिस्टी जैन, अंजलि सोनी, लव माथुर, अमन खान, प्रियांशी राठौर, वंशिका, आदर्श सेंगर एवं पलक अग्रवाल का सम्मान प्रमाण पत्र एवं मेडल के साथ किया गया। इसी क्रम में विद्यालय के 14 गुरुओं का सम्मान भी जागृति शाखा के सदस्यों द्वारा माल्यार्पण एवं तिलक बंदन करके किया गया। इस अवसर पर गुरू वंदन छात्र अभिनंदन प्रकल्प के संयोजक प्रवेन्द्र शर्मा, सहसचिव राहुल यादव, अनिता बंसल, कमलेश जुनेजा, राजकुमार शर्मा एवं परिषद के अन्य सदस्य मौजूद रहे।