भिण्ड, 09 दिसम्बर। जिले में चलाए जा रहे प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत आयुष विभाग भिण्ड के चिकित्सकों द्वारा लोगों से मिलकर उनकी प्रकृति का परीक्षण किया जा रहा है। यह अभियान 26 नवंबर से शुरू होकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेई की जयंती सुशासन दिवस के उपलक्ष में 25 दिसंबर तक चलाया जाएगा।
इस अभियान का उद्देश्य आयुष पद्धति का ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना और उसके फायदे के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इस अभियान में आयुष संस्थाओं के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा लोगों से मिलकर उन्हें प्रकृति परीक्षण ऐप डाउनलोड करनी है। जब व्यक्ति द्वारा यह ऐप डाउनलोड कर लिया जाता है तब चिकित्सक के द्वारा उसमें मरीज के फिजिकल एग्जामिनेशन और पूछताछ के द्वारा डाटा भरा जाता है, इसके बाद उस डाटा के एनालिसिस से व्यक्ति की प्रकृति का निर्धारण किया जाता है। जिले में इस कार्य हेतु लगभग 30 चिकित्सक प्रतिदिन लोगों से मिलकर यह कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा आयुर्वैदिक कॉलेज ग्वालियर की टीम भी गांव गांव में भ्रमण पर लोगों से मिल रही है। अब तक इस अभियान के तहत दो हजार से ज्यादा लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जा चुका है।