जिलेभर में हर्षोल्लास से मना दीपावली का पर्व, रोशनी में नहाया शहर

-घर-घर हुई लक्ष्मी-गणेश की पूजा, जमकर चली आतिशबाजी

भिण्ड, 01 नवम्बर। दीपावली पर्व शहर सहित ग्रामीण अंचल में भी दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। इस पर्व पर हर घर में मां लक्ष्मी की पूजा की गई। लोगों ने दीप जलाकर अपने घर और आंगन को रोशन किया। पूरे शहर में धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के साथ दिवाली का उल्लास छाया रहा। लोगों ने अपने घरों को दीपों, रंगीन लाइटों और रंगोली से सजाया। रात होते ही पूरे भिण्ड में आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया। रंग-बिरंगी आतिशबाजियों ने आसमान को रोशन कर दिया और शहर में दीवाली का उत्साह अपने चरम पर पहुंच गया। जगह-जगह बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक आतिशबाजी का आनंद लेते दिखे।
दीपावली पर लोगों ने अपने-अपने घरों में शाम को मां लक्ष्मी एवं गणेश जी का पूजन किया। वहीं व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी पूजन के बाद बही खातों का भी पूजन किया। दीपावली पूजन के बाद लोग अपने-अपने घरों में दीपक रखते हुए नजर आए। सारा भिण्ड शहर दीपकों व इलैक्ट्रोनिक झालरों से जगमगा रहा था।

दीपावली रोशनी का पर्व है, यह त्योहार हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान श्रीराम 14 साल के बाद वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। एक अन्य मान्यता है कि दिवाली के दिन ही मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस कारण इस दिन लक्ष्मी पूजन किया जाता है। जबकि बाल्मीकि रामायण में वर्णित है कि इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी का विवाह हुआ था। दीवाली की शाम को उत्तम मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश और भगवान कुबेर की पूजा का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पं. कौशलेन्द्र मिश्रा के अनुसार अनुसार हर साल दिवाली का त्योहार कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करने से धन, वैभव और शुभता में वृद्धि होती है।

बच्चों ने लिया आतिशबाजी का मजा
दीपावली पूजन के बाद बच्चों जमकर आतिशबाजी फोडी। यहां बच्चों चाईनीज पटाखों की बजाय ग्रीन पटाखों का अधिक उपयोग कर आतिशबाजी का लुफ्त उठाया। इस दौरान कुछ परिवारों ने ईको फ्रेण्डली आतिशबाजी लेकर तो कुछ लोगों ने चाइना झालरों से दूरी बनाते हुए मिट्टी के दीयों और मोमबत्तियों के साथ पर्व मनाया।
बाजारों में रही चलह-पहल
दीपावली के अवसर भिण्ड बाजार में काफी चलह-पहल देखने को मिली। यहां ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र से लोग दीपावली की सौदा करने पहुंचे। बाजार में लगी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, कलेण्डर, दीए, खीलें-गट्टा, मिठाई, कपडे, ज्वैलरी, इलैक्ट्रोनिक्स, आतिशबाजी की दुकानों पर खरीददारों की भीड रही।
मिठाइयों की दुकानों पर रही भीड
शहर के बाजार भी इस मौके पर खास सजावट के साथ तैयार किए गए थे, जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की। मिठाइयों, सजावट के सामान, और पटाखों की दुकानों पर लोगों की भीड लगी रही। मिठाई की दुकानों पर विशेष रूप से मांग देखी गई, क्योंकि दिवाली के इस पावन पर्व पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करना शुभ माना जाता है। लोगों ने अपने परिवारों, दोस्तों और पडोसियों के बीच मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान कर एक-दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दीं।
घरों में सामूहिक हुई पूजा अर्चना
दिवाली पर्व समाज व परिवारों के बीच आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढावा देता है। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए भिण्ड शहर के विभिन्न मोहल्लों में सामूहिक पूजा का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने मिलकर मां लक्ष्मी की आराधना की और सुख-समृद्धि की कामना की। शहर में इस दिवाली पर रोशनी, उमंग और खुशियों का ऐसा माहौल बना कि पूरा शहर रात भर जगमगाता रहा।
सोशल मीडिया बधाईयां
दीपावली के पावन अवसर पर जहां लोगों व्यक्तिगत रूप से एवं फोन पर बधाई दी, तो हीं आज के दौर में सोशल मीडिया प्रेमी कैसे पीछे रहते। सुबह से सोशल मीडिया के फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्वीटर आदि प्लेटफार्म पर बधाई संदेश को हुजूम लगा रहा।
आज होगी गोवर्धन पूजा
इस साल असमंजस रहा। कुछ विद्वान गुरुवार को दिवाली मनाने की बात कह रहे थे तो कई शुक्रवार को। हालांकि अधिकतर स्थानों खासकर भिण्ड शहर और जिले में गुरुवार को ही दीपोत्सव का त्योहार मनाया गया। आज शनिवार को गोवर्धन पूजा होगी और रविवार को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा।