विजयादशमीं पर रावण के पुतले का दहन, देवी प्रतिमाएं हुई विसर्जित

भिण्ड, 12 अक्टूबर। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित की गई मां भगवती की प्रतिमाएं शनिवार को सनकुंआ धाम सेंवढा पर धूमधाम से विसर्जित हुई। आलमपुर एवं ग्रामीण क्षेत्र के नव युवक ट्रैक्टर-ट्राली तथा पिकअप गाडी में देवी प्रतिमाओं को रखकर माता के जयकारे लगाते हुए सनकुंआ धाम सेवढा पहुंचे। जहां पर माता के भक्तों ने विधिविधान से माता की प्रतिमाओं की पूजा अर्चना कर प्रतिमाओं को सिंध नदी में विसर्जित किया।

सेंवढा में सनकुंआ धाम पर देवी प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो चुका था। समूचे अंचल के भक्त देवी प्रतिमाओं को विसर्जन करने के लिए सेवढा लेकर पहुंचे थे इसलिए सेवढा में सनकुंआ धाम पर मेले जैसे माहौल दिखाई दे रहा था। सनकुंआ धाम माता के जयकारों से गूंज रहा था। देवी प्रतिमाओं के विसर्जन को देखते हुए सनकुंआ धाम पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात था और पुलिस की निगरानी में नाव पर रखकर नाविकों द्वारा नदी में देवी प्रतिमाएं विसर्जित की जा रही थी।
दशहरा का पर्व आलमपुर नगर में हर्षोल्लास से मनाया गया। विजया दशमीं के अवसर पर जहां ज्ञानवर्धन सेवा समिति के कलाकारों द्वारा हरिहरेश्वर बडी माता मन्दिर पर रावण बध की संक्षिप्त लीला का सुन्दर मंचन किया गया। तो वहीं रामलीला मंचन के दौरान 35 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। जिसे देखने के लिए महिलाएं पुरुष एवं भारी संख्या में बच्चें बडी माता मन्दिर पर एकत्रित हुए। दशहरे के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को पान इलायची खिलाकर दशहरे की शुभकामनाएं दी। तो वहीं सोशल मीडिया पर भी दिनभर शुभकामनाएं देने का सिलसिला चलता रहा।