मकर संक्रांति का धार्मिक ही नहीं अपितु वैज्ञानिक महत्व भी है : टांक

रोटरी क्लब भिण्ड ने बच्चों को वितरित किए ऊनी वस्त्र व मिष्ठान

भिण्ड, 15 जनवरी। मकर संक्रांति का पर्व भारत में ही नहीं वरन विदेशों में भी मनाया जाता है। इसमें सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करते है तथा प्रत्येक वर्ष 14 या 15 जनवरी को यह पर्व मनाया जाता है। यह बात रोटरी क्लब के वरिष्ठ सदस्य अटल बिहारी टांक एडवोकेट ने शा. प्राथमिक विद्यालय भीमनगर मे बच्चों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि इस दिन तिल का दान किया जाता है, इसीलिए लोग आज के दिन खिचडी, तिल से बनी वस्तुए व वस्त्र दान करते हैं और घरों पर मंगोडे और पकवान बनाए जाते हैं। इस अवसर पर पतंग भी उडाए जाती है।
रोटरी क्लब भिण्ड ने इस अवसर पर बच्चों को ऊनी वस्त्र व मिष्ठान भी वितरित किए गए। साथ ही रोटरी इंटरनेशनल के पेन प्रोजेक्ट के तहत स्कूल में बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका भी बताया गया। क्लब अध्यक्ष डॉ. हिमांशु बंसल ने बच्चों को साबुन से एक मिनट तक हाथ धोने के सारे स्टेप्स बताए तथा उन्हें बताया कि हाथ धोने मात्र से बच्चे पेट कि कई बीमारियों जैसे कीडे, पेट दर्द, अपच दस्त तथा शारीरिक व मानसिक विकास की अवरुद्धता से बच सकते है। सभी बच्चों को हाथ धोने की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर शैलेन्द्र टांक एडवोकेट तथा विद्यालय के नीलांबर सिंह, संजीव दीक्षित, राधे श्याम भदौरिया, मुनेन्द्र सिंह, संजू टांक व ज्योति कुशवाह भी उपस्थित थे।