श्रमण संस्कृति कला प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ

भिण्ड, 19 सितम्बर। संपूर्ण भारत वर्ष में जैन धर्म की ध्वजा को बिखेर रहे जैन संत जिन्होंने भिण्ड की पावन धरा पर जन्म लिया, मुनि एवं आर्यिका बनकर जैन धर्म की प्रभावना की। ऐसे लगभग 91 संतों के चित्र बनाकर आज कीर्तिस्तंभ परिसर में गुरू सेवा परिवार एवं सलोनी जैन की टीम के द्वारा श्रमण संस्कृति कला का प्रदर्शन किया गया। जिसका शुभारंभ बाल ब्रह्मचारी लालू भैया एवं जिला पंचायत सीईओ जेके जैन, रविसेन जैन, मुकेश जैन, राजकुमारी कैलाश जैन, अशोक जैन आदि ने किया।


इस अवसर पर बाल ब्रह्मचारी लालू भैया ने कहा कि बच्चों द्वारा आचार्य भगवन, मुनि, आर्यिकाओं के चित्र बनाकर जो कला का प्रदर्शन किया है वह बहुत ही सराहनीय है। इस चित्र के माध्यम से हम सभी को यह जानकारी मिलती है कि भिण्ड की कितनी पावन माटी है, जिसमें इतने संतों ने जन्म लेकर जैन संस्कृति की प्रभावना पूरे भारत वर्ष में की है। बहुत ही सुंदर कला का प्रदर्शन बच्चों द्वारा किया गया।
जिला पंचायत सीईओ जेके जैन ने कहा कि भिण्ड के इतिहास में पहली बार जैन संतों के चित्रों को बनाकर प्रदर्शनी का जो आयोजन किया वह बहुत ही सराहनीय है। जिसमें आचार्य, मुनि, आर्यिकाओं के चित्र बच्चों के द्वारा बनाये गये है वे बहुत ही सुंदर एवं प्रशंसनीय है। इस अवसर पर जगदीश जैन, शैलेन्द्र जैन, बॉबी जैन, मनोज जैन, मुकेश जैन, पंकज जैन, नरेश जैन, राकेश जैन आदि लोग उपस्थित थे।

क्षमावाणी पर्व पर श्री जी की शोभायात्रा 21 को

पर्यूषण पर्व के पश्चात क्षमावाणी पर्व का आयोजन कीर्तिस्तंभ जैन मन्दिर परिसर में 21 सितंबर को किया जाएगा। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में मनोज जैन ने बताया कि पर्यूषण पर्व के समापन पर पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी 21 सितंबर को दोपहर 12 बजे से शोभायात्रा किला जैन मन्दिर से निकाली जाएगी। जिसमें नगर के विभिन्न जैन मन्दिरों के रथ पर श्रीजी सवार होकर नगर का भ्रमण करते हुए बजरिया, गोल मार्केट, सदर बाजार होते हुए लश्कर रोड स्थित कीर्तिस्तंभ जैन मन्दिर पहुंचेंगे, वहां पर भगवान का अभिषेक शांतिधारा का आयोजन किया जाएगा और समाज के सभी वर्ग के लोग वर्षभर में हुई गलतियों के लिए एक दूसरे से क्षमायाचना करेंगे।