प्रतिदिन दौड़ लगाने से तन के साथ मन भी होता है मजबूत : शर्मा

आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में फिट इंडिया फ्रीडम दौड़ आयोजित

भिण्ड, 19 सितम्बर। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार नेहरू युवा केन्द्र संगठन भिंड द्वारा भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में फिट इंडिया फ्रीडम का आयोजन देश के प्रत्येक जिले में 75 गांव में किया जा रहा है। इसी क्रम में ग्राम बिहारीपुरा में फिट इंडिया फ्रीडम दौड़ का आयोजन किया गया। तीन किमी की दौड़ में लगभग 78 से अधिक युवाओं ने भाग लिया।
नेहरू युवा केन्द्र भिण्ड के ब्लॉक समन्वयक आशुतोष शर्मा नंदू ने बताया दौड़ लगाने से हमारा शरीर तो मजबूत बनता है, साथ ही साथ हमारे मन को भी शक्ति मिलती है और हमारे अंदर एक नई ऊर्जा स्फूर्ति का संचार होता है। ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है, जिससे वह प्रत्येक अंग में जाकर हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। लोग बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं, अधिकांश व्यक्तियों को बीमारियां घेर रही है, जो एक जगह बैठकर कार्य करते हैं उन्हें काफी समस्या आ रही है। लेकिन जो प्रतिदिन दौड़, व्यायाम, खेलकूद के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं, वह सदैव निरोगी रहते हैं। गांव-गांव में दौड़ का आयोजन कराने का उद्देश्य यही है कि हमारे देश की आबादी अधिकतर गांव में रहती है, वह देश को सशक्त बनाने में अपनी अहम भूमिका रखती है। गांव-गांव जाकर फिट रहने का संदेश इस दौड़ के माध्यम से दिया जा रहा है। युवाओं में फिट रहने का जो जोश देखने को मिलता है वह काफी सराहनीय है। प्रतिदिन दौड़ लगाने से हमारे शरीर का रक्त संचार तीव्र होता है, जिससे रक्त हर कोशिका तक पहुंचकर उस कोशिका को अच्छे से कार्य करने में मदद करता है। यदि हम दौड़ या कोई व्यायाम ना करें तो रक्त उन कोशिकाओं तक पर्याप्त ढंग से नहीं पहुंच पाता जिससे वह कोशिका धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है। इसलिए रक्त का हर कोशिका तक पहुंचना आवश्यक हैख् इसलिए हमें दौड़ व्यायाम अवश्य करना चाहिए।
अंत में रोजाना दौड़, व्यायाम के लिए शपथ दिलाई गई एवं राष्ट्रीय गान गायन हुआ। कार्यक्रम में अतिथि के रुप में वरिष्ठ समाजसेवी पन्नालाल, नेहरू युवा केन्द्र ब्लॉक कोऑर्डिनेटर आशुतोष शर्मा नंदू, आकाश, गोपाल, राहुल शर्मा, अमित एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे। इन सभी ने अमृत महोत्सव के तहत फिट इंडिया फ्रीडम दौड़ में भाग लेकर दौड़ को श्रेष्ठ बनाया।