प्रधानमंत्री का जन्मदिन बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाना मोदी सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह : डॉ. भारद्वाज

भिण्ड, 19 सितम्बर। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 71वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई देते हुए कहा है कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब देश के प्रधानमंत्री का जन्मदिन देश की तरुणाई ने बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया। ये मोदी सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. भारद्वाज ने कहा कि भारत देश के सभी महान प्रधानमंत्रियों का जन्मदिन अभी तक किसी ना किसी दिवस के रूप में ही मनाया जाता रहा है। जैसे देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन बाल दिवस के रूप में, श्रीमती इन्दिरा गांधी का जन्मदिन कौमी एकता दिवस के रूप में, राजीव गांधी का जन्मदिन सद्भावना दिवस के रूप में तथा पं. अटल बिहारी वाजपेई का जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में पूरा देश मनाता रहा है। लेकिन भारत के संसदीय इतिहास में यह पहली घटना है कि देश का नौजवान जो काम के अभाव में दर-दर की ठोकरें खा रहा है, वह प्रधानमंत्री का जन्मदिन बेरोजगारी दिवस के रूप में मना रहा है। देश की महिलाएं महंगाई दिवस के रूप में मना रही हैं। देश का अन्नदाता किसान किसान विरोधी दिवस के रूप में प्रधानमंत्री का जन्म दिवस मनाने को मजबूर हो रहा है। यह सब केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी के सात साल के कुशासन का प्रतिफल है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण विश्व का सबसे युवा देश कहलाने वाला हमारा भारत आज विश्व का सबसे बेरोजगार देश कहलाने लगा है। हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा करके देश की सत्ता में आई मोदी सरकार की नाकामियों के कारण इसी वर्ष अगस्त में 15 लाख नौकरियां चली गई। जुलाई में 32 लाख लोगों की नौकरियां खत्म हुई?। अप्रैल और मई में दो करोड़ 27 लाख लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर नई नौकरी मिल नहीं रही है दूसरी ओर लोगों की नौकरियां खत्म हो रही है। देश में 16 लाख सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं उनमें नियुक्ति नहीं हो रही है। उद्योग धंधों में ताले लग गए हैं, सरकार का पूरा सिस्टम मोदी जी के उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। देश की सरकारी संपत्तियों की नीलामी की जा रही है। देश की अर्थ व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। आजाद भारत के इतिहास में यह भी पहली बार हुआ है जब पांच वर्ष से लगातार देश की जीडीपी गिरती जा रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले सात साल में अपने उद्योगपति मित्रों का 11 लाख करोड़ रुपए माफ किए लेकिन किसानों का एक रुपए भी नहीं माफ किए। उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए छोटे एवं मझोले उद्योगों को बंद कर मोदी सरकार ने निवेश और उपभोग के क्रम को नष्ट करने का जो पाप किया है उसी के चलते युवा बेरोजगार है। देश की अर्थ व्यवस्था बदहाल है। महंगाई से देश का बुरा हाल है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि महंगाई बेरोजगारी और बीमारी यही तो मोदी सरकार की सात साल की उपलब्धि है। इसलिए बेरोजार दिवस के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन मनाना जायज भी है।