भगवान की परम कृपा है कि वह केवल भारत भूमि में ही जन्म लेते हैं : रामभूषण दासजी

ग्राम कोहार में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 03 नवम्बर। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम कोहार में चौधरी अभिलाख हिन्नारिया के परिवार के द्वारा आयोजित भागवत कथा में समाजसेवी अशोक भारद्वाज ने श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर महंत रामभूषण दासजी महाराज को माला एवं श्रीफल शाल देकर सम्मानित किया और व्यास पीठ से आशीर्वाद लिया।
कथा के प्रसंग में महंत रामभूषण दास महाराज ने कहा कि जब जब धर्म की हानि होती है रावण जैसे आतंकवादी का अत्याचार बढ़ता है, जब रावण संत, ब्राह्मण, पृथ्वी, गौ माता को कष्ट देता है, तब तब भगवान मनुष्य रूप में प्रकट होते हैं और धर्म की स्थापना करते हैं। भगवान जो बाल लीलाएं करते हैं वह भक्तों को आनंद देती हैं, संत महात्मा उन्हीं लीलाओं का चिंतन करते हुए अपनी साधना में रत रहते हैं, भगवान की परम कृपा है कि वह भारत की भूमि में ही केवल जन्म लेते हैं, इसलिए भारत की भूमि धन्य है जिस भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ है वह भूमि प्रत्येक हिन्दू के लिए श्रृद्धा का केन्द्र है, यहां के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण विराजमान है।
उन्होंने कहा कि जीवन मे कभी मदिरापन नही करना चाहिए। क्योंकि मदिरापान करना ब्राह्मण हत्या से भी बड़ा पाप है। यदि माता-पिता को नहीं मानता जो साधुओं से सेवा करता है वही आजकल राक्षस के समान है। भागवत कथा के अंत में भव्य भागवत आरती हुई उसके बाद संत भंडारा हुआ। भागवत कथा में मुख्य रूप से समाजसेवी अशोक भारद्वज, संतोष गिरी, श्री परशुराम सर्व ब्राह्मण संघ के प्रदेश सचिव दीपक शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम नारोलिया, सुरेश कटारे, परमानंद शर्मा साहित आस-पास के हजारों भक्त एवं संतजन मौजूद थे।