भगवान धनवंतरि की जयंती पर संजीवन औषधालय में हुआ पूजन कार्यक्रम
भिण्ड, 22 अक्टूबर। भिण्ड नगर के प्रमुख आयुर्वेद विशेषज्ञ रहे वैद्य स्व. जनविजय शर्मा द्वारा स्थापित संजीवन औषधालय ऊषा कॉलोनी भिण्ड में भगवान धनवंतरि की जयंती धनतेरस शनिवार को पूजा अर्चना कार्यक्रम आयोजित कर मनाई गई। इस अवसर पर प्रसिद्ध भगवाताचार्य पं. हरगोविन्द शास्त्री विधिविधान से डॉ. नामदेव शर्मा के करकमलों से पूजा कराई। कार्यक्रम में शहर के प्रमुख आयुर्वेद विशेषज्ञ मौजूद रहे।
भगवान धनवंतरि की जयंती कार्यक्रम में पं. हरगोविद शास्त्री ने जिले के लोगों को उत्तम स्वास्थ्य व निरोगी रहते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भगवान धनवंतरि जयंती के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि अमृता (अमरता का दिव्य अमृत) पाने के लिए देवों और असुरों ने समुद्र मंथन किया। समुद्र मंथन के दौरान धन के देवता धन त्रयोदशी के दिन माता लक्ष्मी दूध के सागर से निकलीं, धनवंतरि जो भगवान विष्णु के अवतार के रूप में जाने जाते हैं और देवताओं के चिकित्सक भी धनतेरस के दिन निकले थे, वो अमृत का घड़ा ले जा रहे थे, धनवंतरि को चिकित्सा और औषधि के देवता के रूप में जाना जाता है और वो देवताओं के चिकित्सक भी हैं, उन्हें भगवान विष्णु, आदि नारायण की संबद्धता के रूप में दर्शाया गया है, उनका निवास समुद्र है, वो कमल पर शंख और चक्रधारण करते हैं।
कार्यक्रम आयोजक डॉ. विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि भारत वर्ष की मूल का चिकित्सा पद्धति का नाम आयुर्वेद है, धनवंतरी जयंती के दिन भगवान ने मंत्री के रूप में प्रकट होकर के तरीके और जीव मात्र के कल्याण के लिए और आज की आयुर्वेद चिकित्सा से संपूर्ण दुनिया का दृष्टिकोण बदल रहा है। यह जीवन दान देने वाली पद्धति है और यह शक्ति बढ़ाती है, बलवती हो जाती है, इसलिए विश्वास बढ़ता जा रहा है और हमें लगता है कि लोगों को हरिया और औषधीय बसवरिया हर गांव-गांव में उपलब्ध है, हमें उन जड़ी-बूटियों को लगाना चाहिए और वृक्षों को पेड़ों को लगाना चाहिए। स्वास्थ्य के लिए यह बहुत आवश्यक है। इसलिए धनवंतरी जयंती के अवसर पर मैं यही कहना चाहूंगा और यह एक तरह का संदेश है कि इसका प्रचार करना है।
कार्यक्रम में डॉ. बीएन भारद्वाज, डॉ. मुन्नालाल मिश्रा, डॉ. राधेश्याम शर्मा, डॉ. प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. प्रभात किशोर, डॉ. उदयपाल सिंह भदौरिया, रामप्रकाश शर्मा, वैद्य स्वरूप चंद्र जैन, डॉ. तरुण शर्मा. डॉ. वरुण शर्मा, सतेन्द्र सिंह राजावत, कृपाल सिंह यादव, रामसिया शर्मा, आशुतोष शर्मा नंदू, हरेकृष्ण शर्मा आजाद, राघव उपाध्याय, अमन तिवारी, जबर सिंह, मनोज कुमार आदि लोग उपस्थित हुए।