ग्रामों में विकास की धुरी बनें प्रस्फुटन समितियां: डॉ. परिहार

जन अभियान परिषद के तत्वावधान में दो दिवसीय प्रस्फुटन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

भिण्ड, 09 अक्टूबर। ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की इकाईयों में विश्वास होती कमी को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि ग्राम के विकास कार्यों में बाधा आ रही है, वहीं शासन की योजनाओं का लाभ ग्राम के अंतिम व्यक्ति तक नहीं मिल पा रहा है। जन अभियान परिषद ने विकास खण्ड अटेर और भिण्ड में जिन प्रस्फुटन समितियों का गठन किया है, वे शासन की योजनाओं को संचालित कराने में धुरी बनें और शासन तथा लोगों के बीच सेतु का कार्य करें। यह बात वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. शैलेन्द्र परिहार ने जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित प्रस्फुटन समितियों के प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी पहलवान सिंह भदौरिया, अनुराग बौहरे, शशिकांत शर्मा सहित भिण्ड अटेर विकास खण्ड की नवगठित प्रस्फुटन समितियां, मेंटर, छात्र, नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यशाला का संचालन परामर्शदाता नीरज शर्मा और आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने किया। इस दौरान समितियों को प्रशस्ति पत्र भी दिए गए और समूह कार्य भी कराए गए। स्थानीय एमजेएस परिसर में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन प्रथम सत्र में दीप प्रज्वलन कर और अतिथियों का स्वागत कर किया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में शिरकत कर रही दो विकास खण्ड में गठित 40 प्रस्फुटन समितियों के सदस्यों को संबोंधित करते हुए डॉ. परिहार ने कहा कि आज गांवों में संजीदगी से कार्य करने की बेहद जरूरत है। प्रस्फुटन समितियां ग्राम में शासन की इकाई के रूप में ईमानदारी से कार्य कर एक मिसाल प्रस्तुत करें और सर्वांगीण विकास में सहयोगी बन शासन की मंशा को साकार उन्होंने जोर देकर कहा आप शासन के लिए स्त्रोत का कार्य करें, जिससे ग्राम विकास के लक्ष्यों को पूरा किया जा सके।
वरिष्ठ समाजसेवी पहलवान सिंह भदौरिया ने कहा कि हम शिकायती लहजा त्याग कर स्वअवलोकन करें और निर्धारण करें कि समाज को हमने क्या दिया जिससे कि सकारात्मक भाव उत्पन्न हो सके। परिषद द्वारा गठित समितियां इस मंच के माध्यम से समाज में सामाजिक सरोकारों के साथ समभाव की कल्पना को साकार कर सकते हैं, यही मंशा भी प्रदेश शासन की है। वरिष्ठ समाजसेवी शशिकांत शर्मा ने कहा कि जन अभियान परिषद के प्रयास भिण्ड में दिखने लगे हैं, इसका उदाहरण गठित प्रस्फुटन समितियों की सक्रियता है, आप इसी तन्मयता से विकास की अवधारणा को सबल बनाएं, जिससे कि विकास के स्थापित लक्ष्यों को पाया जा सके।
मप्र जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने कहा कि प्रस्फुटन जन अभियान परिषद की महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना में प्रस्फुटन समिति के प्रत्येक सदस्य की जिम्मेदारी अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए समाज में ग्राम की पुन: पहचान स्थापित करने में आप सभी प्राणपण से जुट जाएं। ऊर्जा संरक्षण को लेकर संबोधित करते राधेश्याम यादव ने कहा कि हमको ऊर्जा के संरक्षण के बारे में जागरुकता लानी होगी। यदि हम जागरुक होंगे तो निश्चित ही बचत कर पाएंगे। उन्होंने एप्लीकेशन के माध्यम से किस प्रकार लोगों को जागरुक करना है उक्त जानकारी दी।
मप्र जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने अतिथियों व प्रतिभागियों व स्वागत करते हुए जन अभियान परिषद की अवधारणा और प्रस्फुटन समितियों से अपेक्षा को उपस्थित सदस्यों के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हमें प्रस्फुटन समितियों के माध्यम से ग्राम में विकास के मानकों को सही से स्थापित करना है। हमारी किसी भी ईकाई से किसी भी तरह का द्वंद नहीं है और न ही हमें उनसे लडऩा है। उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों में हमें सहयोगी की भूमिका निभाकर उन कार्यों को शत-प्रतिशत सार्थक करना है। उन्होंने दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सुझाए गए सात बिंदुओं पर पारदर्षिता के साथ कार्य करने की रणनीति और आगे के कार्यों की रूपरेखा बनाकर बेहतर कार्य करना इस कार्यशाला प्रमुख उद्देश्य है। भदौरिया ने कहा कि इन दो दिवसों में प्रशिक्षण कार्यशाला के समस्त विकास के मानकों पर मार्गदर्शन विकास खण्ड के वरिष्ठ लोगों के माध्यम से समितियों को मिला है जो कि इनके लिए मील का पत्थर होगा।
कार्यशाला का संचालन परामर्शदाता नीरज शर्मा और आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने किया। प्रशिक्षण कार्यशाला में वर्ष 2022-23 में गठित प्रस्फुटन समितियों के सदस्यों ने भाग लिया।