सूचना के बाद भी नहीं भेज रहे आइसोलेशन सेंटर, मौके पर हो रही गायों की मौत

गोहद के गौ सेवकों ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

भिण्ड, 30 सितम्बर। गौसेवकों ने गोहद जनपद अधिकारी की निरंतर आ रही लापरवाही को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख दिया है। गौसेवकों ने बताया कि अब तक लम्पी वायरस से गोहद में तीन गौवंशों की मृत्यु हुई है एवं तीनों गौवंश ग्रामीण क्षेत्र से ही हैं। जिसका मुख्य कारण गोहद जनपद अधिकारी की मनमानी एवं हिटलरशाही रवैया है। गोहद नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में लम्पी वायरस बुरी तरह फैल चुका है, ग्रामीण क्षेत्रों से संदिग्ध गौवंश की सूचना जैसे ही गौसेवकों के पास आती है, तुरंत जनपद अधिकारी को अवगत कराते हैं, परंतु उनके द्वारा फोन उठाना बंद कर दिया जाता है, जिसके फलस्वरूप गाय वहीं बिना उपचार के तड़प-तड़प कर अपने प्राण त्याग देती है।
ऐसा ही दृश्य गुरुवार को ग्राम बघराई में देखने को मिला। ग्रामीणों द्वारा 12 बजे लम्पी वायरस संदिग्ध गाय की सूचना गौसेवकों को दी गई। गौसेवकों ने तुरंत गोहद जनपद अधिकारी को उसे आइसोलेशन वार्ड भेजने का अनुरोध किया, परंतु हर बार की तरह उन्होंने इस बार भी इसको अनदेखा कर दिया एवं 12 बजे से शाम चार बजे तक गाय बुरी तरह तड़पती रही, जब कोई भी मदद नहीं मिली तो उसके पश्चात गौसेवक एक लोडिंग वाहन करके वहां पहुंचे तो गाय मर चुकी थी। इसी प्रकार अनेकों ग्रामीण क्षेत्रों में भी इन्होंने यही किया है, जिसके कारण अनगिनत गौ हत्याओं से इनके हाथ रंगे हुए हैं, जो इन्होंने जान-बूझकर और अपने पद के अंहकार में आकर किए हैं। जहां प्रदेश सरकार इस वायरस को खत्म करने एवं गौ माता को बचाने का कार्य कर रही है एवं वहीं गोहद के गौसेवक दिन रात गायों की सेवा में लगे हुए हैं। फिर भी ऐसे अधिकारी जान-बूझकर कर उन्हें मौत के मुंह में धकेल रहे हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। गौसेवकों ने जनपद अधिकारी गोहद को जल्द से जल्द हटाने की मांग की है, अगर ऐसा नहीं हुआ तो गोहद में धरना प्रदर्शन एवं विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा।
फोटो 30 बीएचडी-07