अपने गुणों के साथ गलतियों की पहचान और एहसास हो वही ज्ञानी : विनय सागर

मुनिश्री ने मंत्रों के साथ भगवान जिनेन्द्र का कराया अभिषेक
चातुर्मास के लिए 11 को मंगल प्रवेश पर निकलेगी शोभायात्रा

ग्वालियर, 08 जुलाई। दोष और गुणों की पहचान ही सत्पुरुषों की संगति का फल है। जो व्यक्ति अपने दोष और गुणों की पहचान कर ले वही तो ज्ञानी है। मनुष्य ना चाहते हुए भी बार-बार अनंत पाप कर देता है, फिर भी गिरना उतना बुरा नहीं है जितना रुक जाना। गिरने वाला तो एक बार फिर मेहनत करके उठ खड़ा हो जाएगा और लक्ष्य की ओर चल पड़ेगा परंतु जो रुक गया है, उसका तो विकास ही अवरुद्ध हो जाता है। यह उद्गार श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ने शुक्रवार को नई सड़क जौहरी कॉलोनी में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।


मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि जैसे वैद्य मंत्र शक्ति से विष का विमोचन करता है, वैसे ही अपने पापों की आलोचना स्वीकार भाव और गुरू के सम्मुख सरलता से कह देने की भावना मात्र भी हमारे अंदर से अपराध बोध को समाप्त कर देती है। संयोग और वियोग, जन्म और मृत्यु दोनों में ही आकुलता होती है। एक में जन्म की खुशी होती है तथा दूसरे में मृत्यु का गम। दोनों में आकुलता होकर धर्म ध्यान छूट जाता है। दु:ख और सुख दोनों में ही आंसू आते हैं।

सत्य और विश्वास रूपी लौंग निकल जाए तो जीवन में कुछ नहीं बचेगा

मुनि श्री विनय सागर महाराज ने कहा कि शील रूपी पान के पत्ते पर नव तत्व रूपी कत्था चूना, सौजन्यता रूपी सुपारी, दया रूपी इलायची, क्षमा रूपी खोपरे का बूरा, प्रेम रूपी गुलकंद और दान रूपी पिपरमेंट डालने के बाद उस पान को टिकाए रखने के लिए पान की सामग्री को सुरक्षित रखने के लिए सत्य और विश्वास रूपी लौंग जरूरी है। पान से लौंग निकल जाए तो पान की सारी सामग्री बिखर जाएगी। वैसे ही जीवन में से सत्य और विश्वास रूपी लौंग निकल जाए तो जीवन में कुछ नहीं बचेगा।

मुनिश्री के सानिध्य में भगवान जिनेन्द्र का किया अभिषेक

जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि मुनि श्री विनय सागर महाराज शुक्रवार को चंपाबाग जैन मन्दिर में जैन समाज के लोग के साथ सुबह सात बजे दर्शन करने के लिए पहुंचे। उन्होंने मंत्र उच्चारण कर जैन समाज के लोगों ने भगवान जिनेन्द्र का अभिषेक जयकारों के साथ किया। वहीं भगवान जिनेन्द्र की मंत्रों से शांतिधार कराई।

मुनिश्री का भव्य मंगल प्रवेश 11 को

प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि श्रमण मुनि श्री विनय सागर महाराज ससंघ का साधनमय चातुर्मास 2022 कमेटी एवं सहयोगी संस्था पुलक मंच परिवार ग्वालियर के तत्वावधान में 11 जुलाई सुबह छह बजे से दौलतगंज स्थित दिगंबर जैन मन्दिर से गाजे-बाजे के साथ चातुर्मास के लिए भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा प्रारंभ होकर मुख्य मार्गों से होती हुई माधौगंज स्थित मनोज जैन (जैन कॉलेज) के होस्टल ग्राउण्ड में पहुंचकर संपन्न होगी।