गोहद में सब्जी विक्रेताओं के हाथ की कठपुतली बना प्रशासन

आठ वर्ष से अपने पालनहार का इंतजार कर रही है सब्जी मण्डी

भिण्ड, 17 जून। जिले का एक लाख की आबादी वाला गोहद नगर जो 10 किमी के क्षेत्रफल में वसा हुआ है, यहां एक नहीं पांच सब्जी मण्डिया संचालित हैं। ऐसा नहीं कि गोहद कोई औद्योगिक नगर हो और यहां सब्जी की ज्यादा खपत हो, लेकिन स्थानीय प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण सब्जी विक्रेता अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। गोहद नगर में वर्षों पुरानी सब्जी मण्डी जो पुराना बस स्टैण्ड के पास संचालित है, वो आज शराबियो के अड्डे के रूप में तब्दील हो गई है। जानकारों का कहना है कि अगर थोक सब्जी मण्डी को प्रशासन यहां लाने में सफल हो जाए और खैरिज वालों को स्वतंत्र छोड़ दिया जाए तो समस्या का हल अवश्य निकल सकता है।

ठेका किए जाने से उत्पन्न हुई थी समस्या

पुराना बस स्टैण्ड पर वर्षों से संचालित सब्जी मण्डी परिसर में आने वाले किसानों और फेरी वालों से किसी भी तरह का कर नहीं लगता था। लेकिन नगर पालिका द्वारा हाट बाजार बसूली में शामिल किए जाने से पर बसूली आरंभ होने से सब्जी विक्रेताओं ने विरोध किया और सब्जी का व्यवसाय गंज में शुरू कर दिया।

सब्जी विक्रेताओं की मांग पर हुआ था सब्जी मण्डी का निर्माण

सब्जी का व्यवसाय निर्धारित स्थान से हो इसके लिए एसडीएम स्तर पर कई बार प्रयास हुआ। जिसमें तात्कालिक एसडीएम एमएल दौलतानी द्वारा लालसिंह आर्य, रणवीर जाटव के आतिथ्य में सब्जी विक्रेताओं के संवाद स्थापित किया गया। जिसमें सब्जी विक्रेताओं ने मांग की थी कि हम लोग खुले आसमान के नीचे सब्जी बेचते हैं, जिससे हमें गर्मी व बरसात में ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसके बाद तय हुआ कि अगर प्रशासन हमारे लिए चबूतरे का निर्माण व पानी प्रकाश की व्यवस्था हो जाऐ तो हम लोग पुन: सब्जी मण्डी अपना संचालित करेंगे।

85 लाख खर्च कर चुकी है नगर पालिका

सब्जी विक्रेताओं की मांग को पूरा कर गोहद नगर पालिका द्वारा 85 लाख रुपए खर्च कर चबूतरों का निर्माण किया गया तथा टीनशेड लगाए गए, इसके साथ ही हेण्डपंप खनन तथा प्रकाश व्यवस्था हेतु विद्युत पोल लगाए गए।

अंक गणित में उलझा देते हैं सब्जी विक्रेता

सब्जी मण्डी निर्माण के दुकान आवंटन में सब्जी विक्रेताओं के आगे प्रशासन गच्चा कहा जाते है। वैसे तो गोहद सब्जी के थोक विक्रेताओं की संख्या 14 है तथा एक ही दुकान से पूरा परिवार व्यवसाय करता है। लेकिन दुकान आवंटन की प्रक्रिया शुरू होते ही परिवार के सभी सदस्यों को अलग-अलग दुकान आवंटन की मांग होने लगती है, जिससे नतीजा ढाक के तीन पात।

अपने ही बात पर खरे नहीं उतरे सब्जी विक्रेता

काफी मशक्कत के बाद तय हुआ था कि थोक सब्जी विक्रेता गंज बाजार में व्यवसाय करेंगे तथा खैरीज में सब्जी नहीं बेचेंगे और पुराना बस स्टैण्ड पर खैरीज सब्जी का व्यवस्था संचालित होगा, लेकिन गंज बाजार में थोक व खैरिज दोनों व्यवसाय संचालित होने लगे।

गोहद में पांच स्थानों पर संचालित है सब्जी मण्डी

गंज बाजार से सब्जी मण्डी हटाने व निर्धारित स्थान पर लाने के लिए प्रशासन ने काफी हद तक प्रयास किए, सब्जी विक्रेताओं को नोटिस भी जारी किए, पुलिस के सहयोग से बल का प्रयोग किया, लेकिन सब्जी विक्रेता पीछे तो नहीं हटे। उन्होने आगे बढ़ते हुए जमींन किराए पर लेकर निजी सब्जी मण्डी संचालित कर दी। गोहद नगर में पुराना बस स्टैण्ड, गंज बाजार, गोलम्बर तिराहा, बाबा बिहारीदास की टेकरी, नया बस स्टैण्ड पर सब्जी मण्डी संचालित है।

इनका कहना है-

प्रशासन अगर टोक सब्जी विक्रेताओं को निर्धारित स्थान शिफ्ट कर दे था, खैरीज विक्रेताओं को स्वतंत्र छोड़ दे तो समस्या का हल निकल सकता है, सब्जी मण्डी में पर्याप्त स्थान है।
अमीर मोहम्मद, थोक सब्जी विक्रेता
सब्जी मण्डी निर्धारित स्थान पर संचालित हो इसके लिए प्रशासन संकल्पित है। प्रशासन लगातार प्रयास करता रहा है, अभी भी प्रयास निरंतर जारी है।
सतीश दुबे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी गोहद