रामधुन के साथ पांच किलो मीटर की परिक्रमा

भिण्ड, 07 अप्रैल। दंदरौआ धाम में श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर महंत रामदास जी के सानिध्य में गुरुवार को श्रद्धालुओं ने रामधुन के साथ पांच किमी की परिक्रमा की जा रही है। परिक्रमा के दौरान श्रृद्धालु धर्मध्वज के साथ जयश्रीराम के नारे लगाते हुए चल रहे थे।
इस दौरान महंत श्री रामदास जी महाराज ने पहला सुख निरोगी काया का श्रृद्धालुओं को महत्व समझाते हुए कहा कि इस संसार में मनुष्य का पहला सुख है शरीर में किसी भी प्रकार का रोग नहीं होना चाहिए। श्रृद्धालु को भक्ति के साथ-साथ व्यायाम एवं हवन करना चाहिए सुबह सूर्योदय से पहले जागना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है जीवन में मनुष्य को अगर अच्छे कार्य करने हो तो पहले अपने शरीर को स्वस्थ रखना होगा। व्यायाम करने से ब्लड प्रेशर एवं कई तरह की बीमारियां दूर हो जाती है। जब मनुष्य का शरीर स्वस्थ रहेगा तो उसके मन मे विचार भी अच्छे उत्पन्न होते हैं क्योंकि मनुष्य शरीर के माध्यम से ही भगवान की भक्ति कर सकता है। श्रृद्धालु और साधु संत के अलावा गांव के समस्त बूढ़े-बच्चों ने दंदरौआधाम की परिक्रमा की।