धड़ल्ले से चल रहा है अवैध और ओवरलोड रेत का परिवहन का कारोबार

मेहगांव में राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह से ही सज जाती हैं रेत की मण्डियां
चैकिंग के नाम पर महज खानापूर्ति

भिण्ड, 07 अप्रैल। वैसे तो भिण्ड जिला कई अवैध कारोबार और गोरखधंधों के लिए प्रसिद्ध है, बहरहाल रेत के अवैध और ओवरलोड परिवहन के लिए भी जाना जाता है। जिले के आला हुक्मरानों की नजर में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है, हालांकि कई बार रेत के अवैध परिवहन की बात पर आला हुक्मरान नजरें बचाते हुए निकल लेते हैं, उनकी नजर में रेत के अवैध परिवहन पर रोक लगी हुई है। परंतु सच्चाई किसी के छुपाए नहीं छुपती है। हर आम और खास आदमी सभी को सच्चाई पता है, परंतु सच के लिए आवाज उठाए तो कौन? और कौन कार्रवाई की जहमत उठाए? बस इसी का फायदा उठाते हुए रेत के कारोबार को आए दिन बढ़ावा मिलता चला जा रहा है।
सुबह-सुबह मेहगांव के मुरैना तिराहे पर लगभग एक दर्जन रेत के अवैध और ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्राली अपनी दुकान सजाये नजर आ जाएंगे। यह प्रतिदिन का ही दृश्य है। शहर के मुख्य मार्ग पर ही रेत की मण्डी धड़ल्ले से सज जाती है। जबकि मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही निरंतर बनी रहती हे साथ ही लोग अपनी दिनचर्या के हिसाब से सब्जी किराना आदि के लिए आते जाते रहते हैं। आने-जाने वालों में बच्चे व महिलाओं का भी आना-जाना रहता है, जो हर समय हादसे की आशंका का अंदेशा बना रहता है। इसमें ऐसा भी नहीं कि किसी भी अधिकारी कर्मचारी की इस पर नजर नहीं पहुंचती है। लेकिन इस अवैध रेत के परिवहन और विक्रय को देखते हुए साफ नजर आता है कि इसमें प्रशासन की स्पष्ट तौर पर मिली भगत है। रेत के इस कारोबार में पुलिस विभाग से लेकर, माइनिंग, राजस्व व परिवहन विभाग भी सम्मिलित है। तभी किसी भी अधिकारी कर्मचारी की ऐसे लोगों पर जांच और कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं होती है। ऐसे में कई बार रेत के अवैध और ओवरलोड परिवहन से बड़ी-बड़ी दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। फिलहाल रेत की मण्डी पर कार्रवाई के लिए कोई अधिकार कदम उठा पाएगा या कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति होती रहेगी।

इनका कहना है-

आपके द्वारा जानकारी मिली जांच करवाते हैं, दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
राकेश देशमुख, खनिज अधिकारी भिण्ड